**R&B संगीत जगत को गहरा सदमा: ग्रैमी विजेता गायक D’Angelo का 51 साल की उम्र में निधन**
नई दिल्ली: संगीत की दुनिया से एक दुखद खबर सामने आई है। ग्रैमी पुरस्कार से सम्मानित और R&B संगीत के जाने-माने चेहरे, माइकल यूजीन आर्चर, जिन्हें दुनिया D’Angelo के नाम से जानती थी, का 51 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। वे कैंसर से लंबी और साहसी लड़ाई लड़ रहे थे। उनके परिवार ने इस खबर की पुष्टि करते हुए कहा कि उन्होंने 14 अक्टूबर, 2025 को अंतिम सांस ली।
D’Angelo, 1990 के दशक में R&B संगीत को नई दिशा देने वाले प्रमुख कलाकारों में से एक थे। उन्होंने अपने संगीत से क्लासिक 70 के दशक की सोल को हिप-हॉप की लय और आधुनिक संवेदनशीलता के साथ जोड़ा। अल ग्रीन और मार् প্রাথম Gaye जैसे दिग्गजों से प्रेरणा लेकर, उन्होंने ‘नियो-सोल’ आंदोलन को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनका 2000 में आया एल्बम ‘Voodoo’ को समकालीन R&B में एक मील का पत्थर माना जाता है।
**संगीत की एक अमिट विरासत:**
D’Angelo के प्रशंसक उन्हें ‘ब्राउन शुगर’, ‘लेडी’ और ‘अनटाइटल्ड (हाउ डज़ इट फील)’ जैसे गीतों के लिए याद करते हैं। सोलक्वेरियन्स बैंड, जिसमें एरिका बाडू, मॉस डेफ और कॉमन जैसे कलाकार भी शामिल थे, के साथ उनका जुड़ाव भी संगीत प्रेमियों के दिलों में आज भी बसा है। समीक्षकों ने उन्हें ‘R&B जीसस’ तक कहा था, जो संगीत में उनके प्रभाव को दर्शाता है।
अपने शुरुआती करियर में अपार सफलता के बावजूद, D’Angelo ने अपने बाद के वर्षों में व्यक्तिगत चुनौतियों का सामना किया और सार्वजनिक जीवन से दूरी बनाए रखी। 2014 में उन्होंने कहा था, “मैंने कभी नियो-सोल का दावा नहीं किया, मैं ब्लैक म्यूजिक करता हूँ।”
**14 साल बाद शानदार वापसी:**
‘Voodoo’ के बाद, D’Angelo ने 14 साल का लंबा अंतराल लिया और 2014 में ‘ब्लैक मसीहा’ एल्बम के साथ वापसी की। इस एल्बम को आलोचकों की सराहना मिली और इसे एक शक्तिशाली वापसी माना गया। उनके लंबे अंतराल ने उनकी रहस्यमयी छवि को और गहरा कर दिया था। इसी साल की शुरुआत में, उन्होंने सर्जरी से उबरने का हवाला देते हुए फिलाडेल्फिया में एक नियोजित फेस्टिवल परफॉर्मेंस से खुद को अलग कर लिया था।
D’Angelo ने पीछे एक ऐसी संगीत विरासत छोड़ी है जो दुनिया भर के R&B और सोल कलाकारों को प्रेरित करती रहेगी। उनके जाने से संगीत की दुनिया में एक बड़ी रिक्तता आ गई है।