मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञाननेश कुमार ने सोमवार को घोषणा की कि स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) का दूसरा चरण 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में आयोजित किया जाएगा। इन क्षेत्रों के लिए मतदाता सूची आज आधी रात से फ्रीज कर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि मतदाताओं को सभी आवश्यक विवरणों के साथ एक अनूठा नामांकन फॉर्म जारी किया जाएगा।
प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, सीईसी कुमार ने सूचित किया कि SIR कल से अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, गोवा, पुडुचेरी, छत्तीसगढ़, गुजरात, केरल, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और लक्षद्वीप में शुरू होगा। उन्होंने इस अभ्यास के दूसरे चरण के लिए विस्तृत समय-सारणी भी बताई।
मुख्य चुनाव आयुक्त कुमार ने आगे कहा कि असम में चुनावी रोल के संशोधन का कार्यक्रम अलग से घोषित किया जाएगा।
**फेज 2 SIR का कार्यक्रम:**
निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, छपाई और प्रशिक्षण 28 अक्टूबर से 3 नवंबर, 2025 तक होगा, जिसके बाद 4 नवंबर से 4 दिसंबर, 2025 तक घर-घर जाकर गणना की जाएगी। ड्राफ्ट मतदाता सूचियों को 9 दिसंबर, 2025 को जारी किया जाएगा, और दावों और आपत्तियों की अवधि 8 जनवरी, 2026 तक चलेगी। सुनवाई और सत्यापन चरण 31 जनवरी, 2026 तक जारी रहेगा, और अंतिम चुनावी रोल 7 फरवरी, 2026 को प्रकाशित किए जाएंगे।
सीईसी ज्ञाननेश कुमार ने कहा कि SIR का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी पात्र मतदाता छूट न जाए और कोई भी अपात्र मतदाता चुनावी रोल में शामिल न हो।
**SIR क्या है?**
स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जिसका उद्देश्य नई मतदाता सूचियां तैयार करना है, जहाँ प्रत्येक मतदाता को एक नया फॉर्म भरना अनिवार्य है। नियमित स्पेशल समरी रिवीजन (SSR) के विपरीत, जो केवल मौजूदा प्रविष्टियों को अपडेट करता है, SIR में सभी मतदाता विवरणों की पूरी तरह से पुनः जाँच शामिल है।
इस अभियान का उद्देश्य मतदाताओं के जन्मस्थान को सत्यापित करके अपात्र विदेशी नागरिकों की पहचान करना और उन्हें हटाना भी है, खासकर बांग्लादेश और म्यांमार के प्रलेखित प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई के बीच।







