केंद्र सरकार ने भारतीय वायु सेना की मारक क्षमता को और मजबूत करने के लिए 97 एलसीए तेजस मार्क-1ए लड़ाकू विमानों की खरीद को मंजूरी दे दी है। यह सौदा हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के साथ लगभग 62,000 करोड़ रुपये का होगा। रक्षा अधिग्रहण परिषद ने 30 नवंबर 2023 को इस परियोजना के लिए ‘आवश्यकता की स्वीकृति’ (AoN) प्रदान की थी।
इसके बाद, अप्रैल 2024 में रक्षा मंत्रालय ने इस खरीद के लिए प्रस्ताव का अनुरोध (Request for Proposal) जारी किया था। सूत्रों के अनुसार, विमानों की आपूर्ति की प्रक्रिया वित्तीय वर्ष 2026-27 से शुरू होगी और इसे चरणबद्ध तरीके से 4 से 5 वर्षों में पूरा किया जाएगा।
HAL को LCA मार्क 1A फाइटर जेट के लिए यह दूसरा ऑर्डर होगा। इससे पहले, HAL को 83 विमान बनाने का ऑर्डर मिला था। तेजस मार्क-1ए स्वदेशी तकनीक से निर्मित हल्के लड़ाकू विमान हैं। इनका शामिल होना न केवल वायुसेना के स्क्वाड्रन बल को मजबूती देगा, बल्कि भारत के ‘आत्मनिर्भर भारत’ और रक्षा क्षेत्र में स्वदेशीकरण के अभियान को भी गति प्रदान करेगा। LCA मार्क 1A तेजस का एक उन्नत संस्करण है, जिसमें अपग्रेडेड एवियोनिक्स और रडार सिस्टम लगे हैं। LCA मार्क-1A के 60% से अधिक उपकरण भारत में बने हैं। तेजस को भी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने ही विकसित किया है। यह सिंगल इंजन वाला हल्का लड़ाकू विमान है।