उत्तर प्रदेश में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के फतेहाबाद टोल प्लाजा पर दिवाली बोनस को लेकर कर्मचारियों में भारी नाराज़गी देखी गई। मात्र 1100 रुपये के बोनस से असंतुष्ट होकर, 21 कर्मचारियों ने सभी टोल गेट खोल दिए, जिससे हज़ारों वाहन बिना किसी शुल्क के निकल गए। इस अनोखे विरोध प्रदर्शन ने लगभग दो घंटे तक टोल संचालन को बाधित कर दिया।
यह विवाद मार्च में टोल प्रबंधन का कार्यभार संभालने वाली कंपनी ‘श्री साइन एंड डेटा’ द्वारा बोनस की गणना के तरीके को लेकर उत्पन्न हुआ। कर्मचारियों का कहना था कि इतने कम बोनस से उनकी दिवाली की खुशियाँ फीकी पड़ गई हैं। जब प्रबंधन ने विकल्प के तौर पर दूसरे कर्मचारियों को लाने का प्रयास किया, तो प्रदर्शनकारी कर्मचारियों ने उन्हें भी रोक दिया, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस मौके पर पहुंची और प्रबंधन व कर्मचारियों के बीच मध्यस्थता का प्रयास शुरू हुआ। अधिकारियों के हस्तक्षेप और त्वरित बातचीत के बाद, ‘श्री साइन एंड डेटा’ के वरिष्ठ अधिकारियों ने कर्मचारियों को 10% वेतन वृद्धि का आश्वासन दिया। इस वादे के बाद, प्रदर्शनकारी कर्मचारी काम पर लौट आए और लगभग दो घंटे के व्यवधान के बाद टोल वसूली सामान्य रूप से बहाल हो गई।
कंपनी ने अपने सीमित बोनस के फैसले का बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने मार्च में ही टोल का प्रबंधन संभाला है, इसलिए वे पूरे वर्ष के बोनस का भुगतान करने की स्थिति में नहीं थे।