बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए आज मतदान शुरू हो गया है, जिसमें 121 सीटों के लिए 8 जिलों में वोट डाले जा रहे हैं। इसी बीच, राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने महागठबंधन के चुनावी संभावनाओं को नुकसान पहुंचाने के लिए सुनियोजित और दुर्भावनापूर्ण प्रयास का आरोप लगाया है। RJD का दावा है कि महागठबंधन के मजबूत गढ़ों में जानबूझकर बिजली काटी जा रही है, ताकि मतदान प्रक्रिया धीमी हो सके।
RJD नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि महागठबंधन के प्रभाव वाले मतदान केंद्रों पर बार-बार बिजली काटी जा रही है, जहां बड़ी संख्या में उनके समर्थक वोट डालने के लिए एकत्र हो रहे हैं। पार्टी ने ‘X’ पर पोस्ट करते हुए कहा, “महागठबंधन के मजबूत बूथों पर बिजली रुक-रुक कर काटी जा रही है, जिसका मकसद मतदान की गति को धीमा करना है। जानबूझकर धीमी वोटिंग कराई जा रही है।”
RJD ने चुनाव आयोग (ECI) से इस प्रयास पर तत्काल संज्ञान लेने और त्वरित कार्रवाई करने का आग्रह किया है। हालांकि, सूत्रों के मुताबिक, मुख्य चुनाव अधिकारी (CEO) ने RJD के आरोपों को ‘भ्रामक’ करार देते हुए खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि सभी क्षेत्रों में मतदान प्रक्रिया सुचारू रूप से चल रही है और निष्पक्ष व पारदर्शी मतदान सुनिश्चित करने के लिए सभी मानक प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है। बिहार के सीईओ ने RJD के आरोपों को पूरी तरह से निराधार और भ्रामक बताते हुए कहा कि ऐसे भ्रामक प्रचार के लिए कोई आधार नहीं है।
यह भी बताया गया है कि मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और दोनों चुनाव आयुक्त केंद्रीय कक्ष से सभी मतदान स्टेशनों पर लगे CCTV कैमरों की निगरानी कर रहे हैं, जो पहली बार किया जा रहा है। पहले चरण में 7 बजे से मतदान शुरू हुआ, जो 1,314 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेगा, जिनमें 1,192 पुरुष और 122 महिलाएं शामिल हैं।





