बिहार विधानसभा चुनाव के लिए सभी राजनीतिक दलों ने अपने-अपने कार्यकर्ताओं को सक्रिय कर दिया है। इस बीच, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने ‘मोदी मित्र डिजिटल योद्धा’ अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान का लक्ष्य एनडीए सरकार की योजनाओं और प्रधानमंत्री मोदी के दृष्टिकोण को जनता तक पहुंचाना है। भाकपा माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि बदलाव का मतलब सिर्फ सत्ता परिवर्तन नहीं है, बल्कि नीतियों में बदलाव लाना है।
1. **बीजेपी ने शुरू किया ‘मोदी मित्र डिजिटल योद्धा अभियान’:** आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुए, बीजेपी ने अपने विकास कार्यों को लोगों तक पहुंचाने के लिए डिजिटल रणनीति शुरू कर दी है। राजधानी के रविंद्र भवन में आयोजित एक भव्य समारोह में, बीजेपी बिहार सोशल मीडिया प्रकोष्ठ और आईटी विंग ने ‘मोदी मित्र डिजिटल योद्धा’ अभियान की शुरुआत की। इस अभियान का उद्देश्य हर विधानसभा क्षेत्र से 10 हजार डिजिटल योद्धाओं को तैयार करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार की एनडीए सरकार की उपलब्धियों को हर घर तक पहुंचाना है।
इस अवसर पर, बिहार के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि मोदी मित्र अभियान जनता के साथ बीजेपी के संबंधों को मजबूत करेगा। यह केवल चुनावी रणनीति नहीं है, बल्कि जन-जागरूकता का एक बड़ा डिजिटल माध्यम भी है। इस अभियान का लक्ष्य एनडीए सरकार की योजनाओं और प्रधानमंत्री मोदी के दृष्टिकोण को जनता तक पहुंचाना है। उन्होंने कांग्रेस-आरजेडी के समय को याद करते हुए कहा कि एक समय था जब बिहार का उद्योग-धंधा ठप था, युवाओं को पलायन करना पड़ता था, और कानून व्यवस्था की स्थिति खराब थी। आज स्थिति पूरी तरह बदल चुकी है।
2. **बूथ तक जानी चाहिए एनडीए गठबंधन की ताकत:** राज्य के वैशाली जिले की राजापाकर विधानसभा में आयोजित एनडीए विधानसभा स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय महासचिव मनीष कुमार वर्मा ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि एनडीए गठबंधन की एकता की शक्ति बूथ तक जानी चाहिए। नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार बिहार को नई ऊंचाइयों पर ले जाना चाहते हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं से चंद्रगुप्त मौर्य और सम्राट अशोक को याद करने का आह्वान किया।
3. **बदलाव के मुहाने पर है बिहार: भाकपा माले:** भाकपा माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि बिहार बदलाव के मुहाने पर है। उन्होंने कहा कि बदलाव का मतलब सिर्फ सत्ता का परिवर्तन नहीं है, बल्कि नीतियों में बदलाव लाना है। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार नौकरी देने वाली नहीं, बल्कि नौकरी छीनने वाली सरकार है।
4. **महागठबंधन के पास एनडीए की चट्टानी एकता का तोड़ नहीं:** दिनारा विधानसभा में आयोजित एनडीए कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए बिहार जनता दल (यू) के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि स्वार्थ की बुनियाद पर खड़े महागठबंधन के पास एनडीए की चट्टानी एकता का कोई तोड़ नहीं है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से विकसित बिहार के निर्माण के संकल्प को साकार करने और भावी पीढ़ियों के भविष्य को उज्ज्वल बनाने के लिए 2025 में 225 का लक्ष्य प्राप्त करने और मोदी-नीतीश की जोड़ी को मजबूत करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि 2005 के बाद से नीतीश कुमार ने बिहार को एक नए स्वरूप में संवारा है।







