आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर बिहार में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है, जिसमें सभी दल एक-दूसरे पर निशाना साध रहे हैं। कांग्रेस पार्टी की सीडब्ल्यूसी (CWC) बैठक को लेकर जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने हमला बोला है, जबकि कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने इसे ‘दूसरी स्वतंत्रता संग्राम’ की शुरुआत बताया है। उन्होंने कहा कि इस बैठक में 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव के लिए रणनीति तैयार की जाएगी और लोकतंत्र को सुरक्षित करने का संकल्प लिया जाएगा।
कांग्रेस पार्टी का कहना है कि सीडब्ल्यूसी की बैठक से देश की दिशा और दशा बदलेगी। बैठक में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, और वरिष्ठ नेता भाग लेंगे।
वहीं, जेडीयू ने कांग्रेस पर बिहार के प्रति ‘मौसमी प्रेम’ का आरोप लगाया है। जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस ने बिहारियों को अपमानित किया है और अब घड़ियाली आंसू बहा रही है।
भाजपा नेता नितिन नवीन ने नीतीश सरकार के कार्यकाल में हुए विकास की सराहना की। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि कांग्रेस ने देश को 55 साल तक लूटा।
लोजपा (रामविलास) ने भी आगामी चुनाव की तैयारी के लिए संसदीय दल की बैठक की, जिसमें 243 सीटों पर जीत सुनिश्चित करने की रणनीति पर चर्चा हुई।
जेडीयू ने बिहार में पर्यटन और रोजगार के क्षेत्र में हुए विकास का भी उल्लेख किया, और तेजस्वी यादव पर निशाना साधा।
अंत में, जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक महागठबंधन में दबाव बनाने की रणनीति है।