बिहार में शराब तस्करी और अवैध शराब की बिक्री पर नकेल कसने के लिए मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग ने कड़े कदम उठाने का फैसला किया है। विभाग के सचिव अजय यादव ने मंगलवार को सभी जिला अधीक्षकों और चेकपोस्ट प्रभारियों के साथ साप्ताहिक समीक्षा बैठक की। उन्होंने शराब तस्करी के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाने के निर्देश दिए, साथ ही निगरानी और छापेमारी बढ़ाने के आदेश भी दिए।
बैठक में आबकारी आयुक्त सह महानिरीक्षक निबंधन रजनीश कुमार सिंह ने जिलों को अपराध नियंत्रण अधिनियम (सीसीए) के तहत कार्रवाई के लिए प्रस्ताव भेजने, ड्रोन आधारित छापेमारी करने, शराब तस्करों और शराब पीने वालों की गिरफ्तारी में तेजी लाने के लिए कहा।
आबकारी आयुक्त ने जहरीली शराब की घटनाओं वाले क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाने और गांव की बस्तियों में अवैध शराब बिक्री स्थलों पर विशेष निगरानी रखने के निर्देश दिए। उन्होंने अनुसूचित जाति और गरीबों को परेशान न करने का भी निर्देश दिया। साथ ही, महिला संवाद के दौरान प्राप्त शिकायतों और सुझावों पर तुरंत कार्रवाई करने तथा सभी जिलों में शराब विनिष्टीकरण को 15 दिनों के भीतर पूरा करने को कहा।
उन्होंने अररिया के फुनकाहा, औरंगाबाद के पिचुलिया, कैमूर के कर्मनासा और भागलपुर के मिर्जा चौकी जैसे चेकपोस्ट प्रभारियों के कार्य पर असंतोष जताया और सुधार की चेतावनी दी। बक्सर, गोपालगंज, जमुई और अन्य सीमावर्ती जिलों में विशेष निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए गए।
जिला अधीक्षकों को जिलों में चेकिंग तेज करने और चेकपोस्ट पर शराब वाहनों की जब्ती में तेजी लाने को कहा गया है। साथ ही, पर्याप्त मानव बल के आधार पर चेकपोस्ट प्रभारियों को छुट्टी देने का निर्देश दिया गया। बैठक में स्पष्ट किया गया कि शराब तस्करी के खिलाफ कार्रवाई में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।