त्योहारों के आगमन के साथ, हवाई यात्रा के किराए आसमान छूने लगते हैं। इस समय, ज्यादातर ट्रेनों में सीटें भर जाती हैं और बसें भी मनमानी कीमत वसूलती हैं। ऐसे में, हवाई यात्रा ही एकमात्र विकल्प बचता है जो कम समय में गंतव्य तक पहुंचाता है। हालांकि, त्योहारों के दौरान हवाई टिकटें सामान्य दिनों की तुलना में दोगुनी या उससे भी अधिक महंगी हो जाती हैं। स्थिति यह हो जाती है कि कई बार दुबई की उड़ान टिकट भी सस्ती लगने लगती है। दिवाली और छठ महापर्व पर पटना पहुंचने वालों के लिए सफर मुश्किल हो गया है। इस समय दिल्ली से पटना की उड़ान का टिकट 5 हजार रुपये से कम का होता है, लेकिन त्योहारों के नजदीक आते ही यह किराया दुबई जाने के किराए से भी महंगा हो रहा है। 16 से 26 अक्टूबर तक लगभग सभी ट्रेनों में सीटें भरी हुई हैं। छठ और दिवाली के मौके पर विशेष ट्रेनें चलाने के बावजूद भी लोग काफी परेशान हैं।
आम दिनों में दिल्ली से पटना जाने वाली उड़ान का किराया 4500 से 5000 रुपये के बीच होता है। हालांकि, होली, दिवाली और छठ जैसे बड़े त्योहारों के दौरान यह किराया लगभग 10,000 रुपये से ऊपर तक पहुंच जाता है। 17 अक्टूबर को दिल्ली से पटना जाने वाली उड़ान का किराया 12,650 रुपये है, जबकि दिल्ली से दुबई जाने का किराया 12,958 रुपये है। कीमतों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि त्योहारों के मौसम में दिल्ली से पटना के बीच उड़ान का किराया किस प्रकार बढ़ता है। त्योहारों के मौसम में यातायात साधनों पर काफी दबाव बढ़ जाता है, जिसके कारण बस, ट्रेन और उड़ानों में सीटों की कमी हो जाती है। ऐसी स्थिति में, निजी बस संचालक और विमान कंपनियां टिकटों की कीमतों में वृद्धि कर देती हैं।