चुनाव आयोग ने बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले एसआईआर प्रक्रिया के बाद फाइनल वोटर लिस्ट जारी कर दी है। आयोग ने यह जानकारी अपनी वेबसाइट पर अपलोड कर दी है, जहां लोग अपडेट जानकारी हासिल कर सकते हैं। फाइनल वोटर लिस्ट में 14 लाख नए वोटर्स जुड़े हैं।
विधानसभा चुनाव से पहले बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया के बाद मंगलवार को फाइनल वोटर लिस्ट जारी की गई। मतदाता चुनाव आयोग की वेबसाइट पर दिए गए लिंक के जरिए वोटर लिस्ट में अपना विवरण देख सकते हैं। वोटर लिस्ट के लिए https://voters.eci.gov.in/ पर जानकारी हासिल की जा सकती है।
अगर किसी वोटर का नाम छूट गया है, तो चुनाव में नामांकन की आखिरी तारीख से 10 दिन पहले तक नाम जुड़वाया जा सकता है। इसके लिए Form 6 भरना होगा। फाइनल वोटर लिस्ट की फिजिकल कॉपी सभी जिलाधिकारियों द्वारा 12 मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को आज सौंपी जाएगी, जिसकी फोटोग्राफी भी होगी।
बिहार में, 22 साल बाद वोटर लिस्ट के विशेष गहन पुनरीक्षण के समापन के बाद अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की गई। एसआईआर प्रक्रिया के बाद ड्राफ्ट वोटर लिस्ट 1 अगस्त को प्रकाशित की गई थी, और फिर 1 सितंबर तक लोगों और राजनीतिक दलों से दावे और आपत्तियां ली गईं। ड्राफ्ट लिस्ट में 7.24 करोड़ वोटर्स हैं।
विपक्षी दलों ने एसआईआर की कवायद की आलोचना की और दावा किया कि इससे करोड़ों नागरिक मताधिकार से वंचित हो जाएंगे। चुनाव आयोग ने जवाब दिया कि वह किसी भी योग्य नागरिक को वोटर लिस्ट से बाहर नहीं करेगा और किसी भी अयोग्य व्यक्ति को लिस्ट में शामिल नहीं होने देगा।
243 सदस्यों वाली बिहार विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर को खत्म हो रहा है। पिछला विधानसभा चुनाव 2020 में 3 चरणों में हुआ था।
फाइनल वोटर लिस्ट जारी होने के बाद, चुनाव आयोग अगले हफ्ते चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर सकता है। चुनाव आयोग 4 और 5 अक्टूबर को पटना का दौरा कर चुनावी तैयारियों का जायजा लेगा। सूत्रों के अनुसार, विधानसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा अगले हफ्ते हो सकती है।
पहले चरण की वोटिंग छठ पर्व के तुरंत बाद अक्टूबर के अंत में होने की संभावना है। चुनाव आयोग बिहार में चुनाव और कुछ राज्यों में उपचुनावों के लिए 470 पर्यवेक्षकों को तैनात करने जा रहा है।