बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही NDA और INDIA गठबंधन में आंतरिक कलह गहराती जा रही है। जहां एक ओर, नीतीश कुमार के नेतृत्व में NDA और तेजस्वी यादव के नेतृत्व में INDIA गठबंधन जीत का दावा कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर, दोनों ही गुटों के भीतर दरारें साफ दिखाई दे रही हैं।
NDA के एक प्रमुख घटक और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान, नीतीश कुमार की सरकार पर तीखा हमला बोल रहे हैं, खासकर कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर। उन्होंने कहा है कि उन्हें ऐसी सरकार का समर्थन करने का दुख है, जो अपराध पर लगाम लगाने में नाकाम रही है। चिराग पासवान या तो प्रशासनिक मिलीभगत या अक्षमता की ओर इशारा कर रहे हैं। चिराग की यह रणनीति 2020 की याद दिलाती है, जब उन्होंने स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ा था, जिसका उद्देश्य JDU के वोट शेयर को कम करना था।
इसी बीच, INDIA गठबंधन में वीआईपी के मुकेश सहनी, तेजस्वी यादव से अपनी नाराजगी खुलकर जाहिर कर रहे हैं और उपमुख्यमंत्री पद की मांग कर रहे हैं। सहनी की मांग एक दोहराव है। 2020 में, उन्होंने सीटों और उपमुख्यमंत्री पद की मांग की थी, लेकिन जब उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो बाद में NDA में शामिल हो गए।
सीटों के बंटवारे पर असहमति से स्थिति और जटिल हो गई है। आगामी चुनाव गठबंधन के सामंजस्य और आंतरिक संघर्षों को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने की क्षमता का एक महत्वपूर्ण परीक्षण होगा।