बिहार सरकार, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में, महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज के सपने को साकार करने के उद्देश्य से एक नया कार्यक्रम लागू कर रही है। भवन निर्माण विभाग इस पहल की देखरेख कर रहा है, जिसमें पूरे राज्य में पंचायत सरकार भवनों (सरकारी भवनों) का निर्माण शामिल है।
भवन निर्माण विभाग के अनुसार, कुल 2,600 भवनों की योजना है, जिनमें से 2,000 पर पहले ही निर्माण शुरू हो चुका है। शेष 400 भवनों के लिए निविदाएं प्रक्रिया में हैं। इन भवनों को सरकारी सेवाओं को केंद्रीकृत करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो ग्राम प्रधानों और पंचायत अधिकारियों के लिए एक ही स्थान प्रदान करते हैं।
इन भवनों का उद्देश्य प्रशासनिक प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करना और स्थानीय स्तर पर शासन को बढ़ाना है। पंचायत सरकार भवन सचिवालय के रूप में कार्य करेंगे, जो ग्रामीण क्षेत्रों में विकास पहलों का समर्थन करेंगे।
यह प्रयास मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा ग्रामीण जीवन और शासन को बेहतर बनाने की व्यापक प्रतिबद्धता का हिस्सा है। सरकार का लक्ष्य प्रत्येक पंचायत में एक पंचायत सरकार भवन बनाना है। इस परियोजना में बाढ़-ग्रस्त क्षेत्रों और अन्य क्षेत्रों में निर्माण शामिल है, जिसमें स्थानीय आवश्यकताओं के अनुरूप विभिन्न आकार और विशेषताएं हैं।
प्रत्येक दो मंजिला भवन आवश्यक संसाधनों की पेशकश करेगा, जिसमें अधिकारियों के लिए स्थान, अदालत कक्ष, भंडारण, बैठक हॉल और सेवा केंद्र शामिल हैं। ये सुविधाएं पारदर्शिता बढ़ाएंगी, संचालन की सुविधा प्रदान करेंगी और स्थानीय समुदायों के लिए डाक सेवाओं और आवासीय क्वार्टरों सहित कई सेवाएं प्रदान करेंगी।