
पटना मेट्रो के डिब्बों का रंग अब गेरुआ होगा और इन पर शहर की पहचान और गोलघर की तस्वीर भी उकेरी जाएंगी। पहले पुणे से आई नीली-सिल्वर रंग की बोगियों को बदला जा रहा है। मेट्रो की छत को मधुबनी पेंटिंग और बिहार की अन्य पारंपरिक कलाकृतियों से सजाया जाएगा, जिससे तीन डिब्बों वाली इस मेट्रो में बिहार की संस्कृति और विरासत की झलक दिखेगी। बोगियों पर गोलघर, महावीर मंदिर, महाबोधि मंदिर, बुद्ध स्तूप और नालंदा खंडहर जैसे महत्वपूर्ण पर्यटक स्थलों की तस्वीरें भी लगाई जाएंगी। यह स्टिकर बोगी के अंदर और बाहर दोनों तरफ लगाए जा रहे हैं। पटना मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के अनुसार, सितंबर के पहले सप्ताह में मेट्रो का ट्रायल शुरू करने की तैयारी है। अधिकारियों का लक्ष्य है कि सितंबर के अंत तक मेट्रो का परिचालन शुरू कर दिया जाए। शुरुआती रूट मलाही पकड़ी, भूतनाथ, जीरोमाइल और न्यू पाटलिपुत्र बस टर्मिनल स्टेशनों पर यात्रियों के लिए उपलब्ध होगा, जबकि खेमनीचक स्टेशन पर अभी यह सुविधा उपलब्ध नहीं होगी। शुरुआती चरण में, मेट्रो मलाही पकड़ी से न्यू पाटलिपुत्र बस टर्मिनल तक चलेगी, जो लगभग 6.5 किलोमीटर का मार्ग है।





