गंगा में सफर और ट्रैफिक जाम से राहत… पटना में जल्द ही वाटर मेट्रो सेवा शुरू होने जा रही है। केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने 28 जून 2025 को इस परियोजना की घोषणा की थी, जिसके तहत गंगा नदी पर इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड फेरी सेवा का संचालन किया जाएगा। पहला इलेक्ट्रिक जहाज कोलकाता से पटना के गायघाट तक पहुंच चुका है और दशहरा 2025 से पहले इसके शुरू होने की संभावना है। यह सेवा कोच्चि जल मेट्रो के मॉडल पर आधारित होगी, जो पहले ही लाखों यात्रियों को परिवहन कर चुकी है। मुंबई और गोवा के जल परिवहन मॉडल से प्रेरित होकर, पटना में भी यह सेवा शुरू की जा रही है, जिससे शहर के लोगों को जाम से राहत मिलेगी। 908 करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना के तहत दीघा घाट से कंगन घाट तक वाटर मेट्रो सेवा शुरू की जाएगी, जिसमें गांधी घाट, गायघाट और कंगन घाट पर स्टॉपेज होंगे। वाटर मेट्रो में पर्याप्त बैठने की जगह होगी और यह पर्यटकों के लिए भी अनुकूल होगी। इस परियोजना से गंगा तट पर क्रूज पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और पटना एक स्मार्ट शहर बन जाएगा। हालांकि, मौसमी जल स्तर और तलछट जैसी चुनौतियां हैं, लेकिन इलेक्ट्रिक नौकाओं का उपयोग प्रदूषण को कम करेगा।







