आगामी बिहार विधानसभा चुनाव से पहले, जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने किशनगंज में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि बिहार में जो नेता और अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, उन पर नवंबर में जन सुराज व्यवस्था स्थापित होने के बाद कार्रवाई की जाएगी। किशोर ने कहा कि भ्रष्ट नेताओं और अधिकारियों से बिहार से लूटा गया पैसा वसूला जाएगा। यह बयान दिलीप जायसवाल से जुड़े एक सवाल के जवाब में आया।
प्रशांत किशोर ने बताया कि उन्होंने दिलीप जायसवाल पर सबसे पहले निशाना साधा था, यह कहते हुए कि उन्होंने कॉलेज पर कब्जा किया हुआ है। उन्होंने कहा कि दिलीप जायसवाल पर राजेश शाह पर मर्डर का आरोप भी है। इसके बाद, दिलीप जायसवाल बेहोश हो गए, जिस कारण उन पर कोई और कार्रवाई नहीं की जा सकी। जब वह होश में आएंगे, तब उन पर फिर से कार्यवाही की जाएगी।
मुस्लिम-यादव समीकरण पर बोलते हुए, प्रशांत किशोर ने कहा कि MY समीकरण कहां है? उन्होंने पूछा कि अगर यह समीकरण होता, तो 40 मुस्लिम विधायक होते। उन्होंने सवाल किया कि बिहार से कितने मुस्लिम सांसद जीते हैं? किशोर ने कहा कि समीकरण MY नहीं, YM है, यानी जहां यादव समुदाय के लोग चुनाव लड़ते हैं, वहां मुसलमान डर के मारे उन्हें वोट देते हैं, जबकि जहां मुसलमान चुनाव लड़ता है, वहां यादव या अन्य समुदाय के लोग वोट नहीं देते।
उन्होंने आगे कहा कि आधे लोग हिंदू होने के नाते भाजपा को वोट देते हैं। उन्होंने कहा कि MY, PY, ZY जैसे समीकरणों को छोड़ देना चाहिए और विचारधारा के आधार पर समीकरण बनाने चाहिए। किशोर ने जोर देकर कहा कि आजादी की लड़ाई में गांधी, बाबा साहेब, साम्यवाद और समाजवाद को मानने वाले लोग शामिल थे और इन विचारधाराओं के लोगों ने मुसलमानों के साथ मिलकर लड़ाई लड़ी, जिससे देश को आजादी मिली।
उन्होंने कहा कि अगर भाजपा से लड़ना है और एक नई व्यवस्था बनानी है, तो विचारधारा पर आधारित व्यवस्था बनानी होगी। उन्होंने कहा कि भाजपा की व्यवस्था संघ की विचारधारा पर आधारित है और यह एक राजनीतिक व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि भाजपा की विचारधारा आधारित व्यवस्था से लड़ने के लिए गांधी, बाबा साहेब अंबेडकर, साम्यवाद और समाजवाद को चुनना होगा।