कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों बिहार में ‘वोटर अधिकार यात्रा’ निकाल रहे हैं। यात्रा के 10वें दिन उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और चुनाव आयोग पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अब तो देश का बच्चा-बच्चा ‘वोट चोर, वोट चोर’ बोल रहा है। राहुल ने दावा किया कि अमित शाह का 40-50 साल तक सत्ता में बने रहने की बात करना कोई भविष्यवाणी नहीं, बल्कि वोट चोरी करने का अहंकार था।
उन्होंने कहा कि अमित शाह ने वोट चोरी की अकड़ के कारण ही कुछ साल पहले बीजेपी के 40-50 साल तक सत्ता में रहने की बात की थी। इस यात्रा में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी शामिल हुईं, जिन्होंने आरोप लगाया कि जनता का विश्वास खो चुकी बीजेपी पूरे देश में वोट चोरी की साजिश रच रही है।
राहुल गांधी की इस यात्रा में आरजेडी भी शामिल रहा। तेजस्वी यादव ने वोट चोरी के साथ आरक्षण का मुद्दा भी उठाया और आरोप लगाया कि बीजेपी के लोग वोट चोर ही नहीं, बल्कि आरक्षण चोर भी हैं।
राहुल गांधी ने मधुबनी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि अमित शाह ने पहले 40-50 साल तक बीजेपी की सरकार रहने की बात कही थी, लेकिन अब सच्चाई सामने आ चुकी है। उन्होंने दावा किया कि वे ऐसा इसलिए कह पा रहे थे, क्योंकि ये लोग वोट चोरी करते हैं।
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि 40-50 साल सत्ता में बने रहने की बातें भविष्यवाणी नहीं, वोट चोरी की अकड़ थी। उन्होंने कहा कि वोट की चोरी पहले गुजरात में शुरू हुई और फिर 2014 में देश के अन्य हिस्सों में शुरू हो गई।
चुनाव आयुक्त के चयन पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी तय करते हैं कि चुनाव आयुक्त कौन बनेगा और विपक्ष की इसमें नहीं सुनी जाती। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी ने चुनाव आयुक्त पर कोई केस दर्ज न करने का कानून बनाया, जो वोट चोरी करवाने के लिए किया गया।
राहुल गांधी ने कहा कि गरीबों को वोट की जरूरत है, क्योंकि इसके बिना कोई अधिकार नहीं मिल सकता। उन्होंने संविधान की रक्षा के लिए वोट की रक्षा करने की बात कही।
तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि बीजेपी के लोग वोट चोर ही नहीं, आरक्षण चोर भी हैं। उन्होंने कहा कि संविधान ने हर भारतीय को वोट का अधिकार दिया है और इसे कोई भी ताकत छीन नहीं सकती।