नवादा के पूर्व विधायक राजबल्लभ यादव ने एक जनसभा के दौरान तेजस्वी यादव पर व्यक्तिगत हमला करते हुए उनकी पत्नी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की, जिससे राजनीतिक हंगामा खड़ा हो गया है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने इसके विरोध में प्रदर्शन शुरू कर दिया है। जेल से रिहा होने के बाद, यह राजबल्लभ यादव का पहला बड़ा सार्वजनिक संबोधन था।
सभा में बोलते हुए, राजबल्लभ यादव ने तेजस्वी यादव की शादी को लेकर विवादित टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव वोट लेने के लिए जाति की बात करते हैं, लेकिन उन्होंने शादी किसी और जाति में की। उन्होंने आगे कहा कि अगर उन्होंने यादव समाज की किसी महिला से शादी की होती तो बेहतर होता, और हरियाणा-पंजाब से दुल्हन लाने की कोई आवश्यकता नहीं थी, जैसे कि कोई जर्सी गाय ले आए हों।
इस बयान के बाद राजद कार्यकर्ताओं में नाराजगी देखी गई। राजबल्लभ यादव के बयान के विरोध में नवादा में राजद कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया और उनका पुतला जलाया। राजद की जिला अध्यक्ष रेनू सिंह ने बयान की निंदा करते हुए कहा कि महिलाओं का अपमान किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पूर्व विधायक राजबल्लभ यादव लंबे समय से पार्टी से नाराज चल रहे हैं। उनकी पत्नी विभा देवी 2020 में राजद के टिकट पर नवादा से विधायक चुनी गई थीं। हाल ही में गया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में विभा देवी को बीजेपी मंच पर देखा गया था, जिसके बाद उनके सत्तारूढ़ दल के करीब आने की अटकलें तेज हो गई हैं।
इस घटनाक्रम के बीच, नवादा की राजनीति में एक बार फिर हलचल बढ़ गई है। हाल ही में जदयू के पूर्व विधायक कौशल यादव राजद में शामिल हुए हैं। राजबल्लभ यादव यादव समाज में अपनी मजबूत पकड़ के लिए जाने जाते हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि राजबल्लभ यादव और उनकी पत्नी के रवैये से नवादा की राजनीति में बदलाव आ रहा है, और राजबल्लभ यादव के बयान से स्पष्ट हो गया है कि उनकी राजद से अनबन हो गई है।