बिहार विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक माहौल गर्म है। इस बीच, गठबंधन में शामिल दलों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ है। यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि गठबंधन का कौन सा दल कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगा। फिलहाल, एनडीए और इंडिया ब्लॉक के नेता सीट शेयरिंग के मुद्दे पर विचार कर रहे हैं। इस बीच, शनिवार को मुजफ्फरपुर में आयोजित एक जनसभा में आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने एक बड़ा ऐलान किया।
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने शनिवार को मुजफ्फरपुर के कांटी में आयोजित एक जनसभा में कहा, तेजस्वी बिहार की सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगा। अब उनके इस बयान के बाद गठबंधन को लेकर सवाल उठने लगे हैं। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा, हर जगह से तेजस्वी चुनाव लड़ने का काम करेगा। आप लोगों से अपील है, तेजस्वी के चेहरे को देखकर वोट दीजिए।
तेजस्वी यादव ने मुजफ्फरपुर के कांटी में बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा का अनावरण किया। इस मौके पर तेजस्वी ने कहा, बिहार को आगे ले जाने का काम तेजस्वी यादव करेगा। उन्होंने इस मौके पर सरकार को घेरने का काम किया। उन्होंने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि सरकार अब सिर्फ नकल करती है, उनके पास कोई विजन नहीं है।
तेजस्वी यादव ने एनडीए सरकार पर हमला करते हुए कहा कि राज्य में प्रतिदिन व्यापारियों का अपहरण और हत्या हो रही है। भ्रष्टाचार अपने चरम पर है, जहां थाने से लेकर मुख्यालय तक गरीबों को लूटा जा रहा है। उन्होंने कहा कि हर गरीब नीतीश कुमार के कुशासन से त्रस्त है।
तेजस्वी यादव की यह अपील ऐसे समय आई है जब महागठबंधन के अंदर पहले से ही चल रही जटिल सीट-बंटवारे की बातचीत, हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली झारखंड मुक्ति मोर्चा और पशुपति पारस के नेतृत्व वाली लोक जनशक्ति पार्टी के शामिल होने से और भी मुश्किल और पेचीदा हो गई है।
2020 में, पिछले विधानसभा चुनाव में आरजेडी ने 144 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 75 सीटें जीती थीं, जिससे यह गठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। कांग्रेस को 70 सीटें मिली थीं, जिनमें से उसने 19 पर जीत दर्ज की थी। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी कृष्णा अल्लावरू ने इस हफ्ते कहा कि गठबंधन में नई पार्टियों के शामिल होने पर हर दल को अपने हिस्से से कुछ सीटें छोड़नी होंगी।
तेजस्वी यादव के इस बयान के बाद अब बीजेपी की तरफ से भी प्रतिक्रिया सामने आई है। बीजेपी प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा, ख्वाब देखना बंद करें, तेजस्वी यादव। आपके पास अकेले सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ने की ताकत नहीं है। आप ऐसे बयान देकर कांग्रेस और अपने सहयोगियों पर दबाव बनाने की कोशिश कर सकते हैं, लेकिन बिहार की जनता को आप पर कोई भरोसा नहीं है। आप उन्हें चारा घोटाले और लैंड फॉर जॉब स्कैम की याद दिलाते हैं। लोग नीतिश कुमार और प्रधानमंत्री मोदी के नाम पर एनडीए को वोट देंगे।