आरजेडी नेता संजय यादव पर किए गए पोस्ट के बाद शुरू हुआ विवाद अभी भी जारी है। सोशल मीडिया पर तेजस्वी यादव की बहन रोहिणी आचार्य को ट्रोल किया जा रहा है। रोहिणी ने भले ही संजय यादव वाला पोस्ट हटा दिया है, लेकिन उन्होंने अपने एक्स हैंडल को भी निजी कर लिया है। रविवार को, उन्होंने अपने एक्स हैंडल से एक पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने अपने ट्रोलर्स और विरोधियों को जवाब देने की कोशिश की।
रोहिणी आचार्य ने रविवार दोपहर करीब 2:48 बजे एक पोस्ट में लिखा, ‘मेरे खिलाफ ट्रोलर्स, उद्दंडों और पार्टी हड़पने की कुत्सित मंशा रखने वालों द्वारा फैलाई जा रही अफवाहें निराधार हैं। ये सब मेरी छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए किए जा रहे दुष्प्रचार का हिस्सा हैं।’ उन्होंने आगे कहा, ‘मेरी कोई राजनीतिक महत्वाकांक्षा कभी नहीं थी, न है और न ही आगे रहेगी। न मुझे विधानसभा का प्रत्याशी बनना है और न ही किसी और को प्रत्याशी बनवाना है। न राज्यसभा की सदस्यता की मेरी कोई इच्छा है और न ही परिवार के किसी सदस्य के साथ मेरी कोई प्रतिद्वंद्विता है। पार्टी या भविष्य की किसी भी सरकार में मुझे किसी पद की कोई लालसा नहीं है। मेरे लिए मेरा आत्म-सम्मान, माता-पिता के प्रति सम्मान और समर्पण और मेरे परिवार की प्रतिष्ठा ही सबसे महत्वपूर्ण है।’ इससे पहले, रोहिणी आचार्य ने अपने एक्स हैंडल में बदलाव करते हुए तेजस्वी यादव सहित लगभग 67 आरजेडी और अन्य नेताओं को अनफॉलो कर दिया। उन्होंने प्रोफाइल फोटो भी बदल दी, जिसमें अब वह अकेले दिखाई दे रही हैं, जबकि पहले लालू, राबड़ी और तेजस्वी यादव के साथ उनकी फोटो थी।
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले, रोहिणी आचार्य से जुड़ा यह विवाद उनके एक्स पोस्ट से शुरू हुआ। 18 सितंबर 2025 को, रोहिणी आचार्य ने एक पोस्ट किया था, जो आरजेडी के आंतरिक कलह को उजागर कर रहा था। यह पोस्ट तेजस्वी यादव के करीबी राज्यसभा सांसद संजय यादव पर निशाना साधते हुए था, जिन्हें रोहिणी ने ‘निम्न स्तर का’ व्यक्ति बताया था। हालांकि, रोहिणी ने बाद में यह पोस्ट डिलीट कर दिया था, लेकिन इससे पार्टी में बवाल मच गया।