बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसके मद्देनजर राज्य में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। इस बीच, लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से अलग होकर अपनी नई पार्टी बनाने की घोषणा की है। उन्होंने अपनी पार्टी का नाम ‘जनशक्ति जनता दल’ रखा है। सोमवार (17 अगस्त) को वे पार्टी के रजिस्ट्रेशन के लिए चुनाव आयोग पहुंचे थे। जानकारी के अनुसार, तेज प्रताप यादव जनशक्ति जनता दल पार्टी के अध्यक्ष और सचिव के साथ मुख्य निर्वाचन अधिकारी से मिलने पहुंचे थे। बताया जा रहा है कि इस पार्टी का गठन 2020 में हुआ था। 2024 के लोकसभा चुनाव में तेज प्रताप के करीबी माने जाने वाले बालेंद्र दास ने जनशक्ति जनता दल पार्टी से ही चुनाव लड़ा था। उन्हें चुनाव चिन्ह के रूप में बांसुरी भी मिली थी।
तेज प्रताप दस्तावेजों के साथ चुनाव आयोग पहुंचे। कुछ दिन पहले चुनाव आयोग ने राज्य की कई पार्टियों को नोटिस जारी किया था और उनसे जरूरी कागजात के साथ पार्टी का नवीनीकरण कराने को कहा था। इसके बाद, तेज प्रताप जनशक्ति जनता दल पार्टी के अध्यक्ष और सचिव के साथ सभी महत्वपूर्ण दस्तावेज लेकर निर्वाचन आयोग पहुंचे। अब यह अनुमान लगाया जा रहा है कि जनशक्ति जनता दल के प्रमुख तेज प्रताप यादव होंगे।
जनशक्ति जनता दल को मान्यता मिली। सोमवार को जनशक्ति जनता दल को चुनाव आयोग से मान्यता मिल गई। तेजप्रताप ने लगभग 30 मिनट तक मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से बातचीत की और पार्टी को अपने नाम पर पंजीकृत कराया। हालांकि, तेज प्रताप यादव ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी से मुलाकात के बाद बाहर निकलने पर मीडिया से कहा कि वह महुआ विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं के नाम हटाए जाने के मुद्दे पर निर्वाचन अधिकारी से मिलने गए थे।
तेज प्रताप ने राहुल और तेजस्वी की यात्राओं पर भी प्रतिक्रिया दी। सोमवार को तेज प्रताप यादव ने बिहार में राहुल गांधी और तेजस्वी यादव द्वारा निकाली जा रही वोट अधिकार यात्रा पर भी बयान दिया था। उन्होंने कहा कि इस यात्रा से कोई लाभ नहीं होने वाला है। तेज प्रताप का कहना था कि मुद्दे रोजगार, शिक्षा जैसी चीजें होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राहुल और तेजस्वी SIR के मुद्दे पर यात्रा निकालकर समय बर्बाद कर रहे हैं।
तेज प्रताप को 6 साल के लिए राजद से निष्कासित किया गया। तेज प्रताप के फेसबुक पर अनुष्का यादव के साथ उनके 12 साल के रिश्ते की बात सामने आई थी। इस मामले ने काफी तूल पकड़ लिया था। इसके बाद राजद प्रमुख और तेज प्रताप के पिता लालू यादव ने उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से निकाल दिया था। पिछले महीने ही तेज प्रताप ने महुआ सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। उन्होंने ये भी कहा था कि महुआ ही उनकी कर्मभूमि है।