बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर सभी राजनीतिक दल अपनी रणनीति बनाने में जुटे हैं। इस बीच, भोजपुरी फिल्मों के स्टार पवन सिंह ने दिल्ली में राष्ट्रीय लोक मोर्चा के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की। पवन सिंह की दो बड़े नेताओं से मुलाकातों के बाद बिहार की राजनीति गरमा गई है और इस पर नेताओं की बयानबाजी भी शुरू हो गई है। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के बड़े बेटे और जनशक्ति जनता दल के अध्यक्ष तेज प्रताप यादव ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
पटना में मीडिया से बात करते हुए तेज प्रताप यादव ने कहा कि पवन सिंह जैसे लोगों का काम चापलूसी करना है। उन्होंने कहा कि पवन सिंह हमेशा इसी तरह के काम के लिए जाने जाते हैं। तेज प्रताप ने कहा कि पवन सिंह कभी लखनऊ में उनके पैरों पर गिरे थे, लेकिन अब वो दोबारा किसी और के पैर पर गिरने चले गए हैं।
तेज प्रताप ने कहा कि पवन सिंह लगातार किसी न किसी के आगे झुक रहे हैं। उन्हें अब समझ में नहीं आ रहा है, उनकी बुद्धि और विवेक काम नहीं कर रहा है। उन्होंने कहा कि पवन सिंह को राजनीति छोड़ देनी चाहिए और सिर्फ अपनी कलाकारी पर ध्यान देना चाहिए। तेज प्रताप ने छठ पर्व को यूनेस्को में शामिल करने की पहल को भी सराहा और कहा कि यह बिहार का पवित्र त्योहार है। उन्होंने कहा कि अगर कोई इस पर्व को बढ़ावा दे रहा है, तो यह अच्छी बात है।
तेज प्रताप ने प्रशांत किशोर पर निशाना साधते हुए कहा कि जन सुराज उनकी पार्टी के लोगों को नुकसान पहुंचा रही है। उन्होंने कहा कि एक होर्डिंग लगा था कि स्कूल बैग में शराब मिल रही है, उन्होंने एक घटना का जिक्र करते हुए बताया कि महुआ में एक व्यक्ति को जन सुराज की गाड़ी ने टक्कर मार दी। तेज प्रताप ने कहा कि वह इस मामले को लेकर कार्रवाई की मांग करेंगे।