जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य द्वारा मनुस्मृति को देश का पहला संविधान बताने पर बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस दावे को देशद्रोह करार दिया। तेजस्वी ने सवाल किया कि मनुस्मृति में महिलाओं के लिए क्या स्थान है? दलितों और पिछड़ों के बारे में क्या लिखा गया है? उन्होंने पूछा कि देश कब आजाद हुआ? भारत-इंडिया देश कब बना? पहला संविधान बाबा साहेब आंबेडकर ने बनाया है तो मनुस्मृति पहला संविधान कैसे हो सकता है? तेजस्वी ने कहा कि जो लोग ऐसा कह रहे हैं, वो देशद्रोही हैं।
तेजस्वी यादव ने बिहार में SIR मुद्दे पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि SIR कोई मुद्दा नहीं है, लेकिन इससे गरीबों के अधिकार छीने जा रहे थे। सुप्रीम कोर्ट में हमारी जीत हुई है। उन्होंने कहा कि 65 लाख वोटरों के नाम काटे गए हैं। नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद नीतीश जी की पार्टी नहीं रहेगी।