बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गया दौरे के बाद माहौल और भी गर्म हो गया है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री मोदी से पुल पर चेतावनी बोर्ड लगाने का आग्रह किया, जबकि जेडीयू ने तेजस्वी, लालू प्रसाद यादव और आरजेडी पर पलटवार किया।
तेजस्वी यादव ने पुल उद्घाटन पर कटाक्ष करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को पुल का उद्घाटन करने के साथ-साथ चेतावनी बोर्ड लगवाना चाहिए जिस पर लिखा हो कि लोग पुल का इस्तेमाल अपनी जिम्मेदारी पर करें, क्योंकि सरकार के पुल गिरने का रिकॉर्ड रहा है। आरजेडी ने तेजस्वी संदेश रथ रवाना किया, जिसका उद्देश्य 2025 के चुनावों के लिए प्रचार करना है।
लघु जल संसाधन मंत्री डॉ. संतोष सुमन ने कहा कि प्रधानमंत्री ने बिहार को विकास परियोजनाओं का उपहार दिया है, जिससे राज्य विकसित होगा। उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि प्रधानमंत्री जो कहते हैं, उसे करके दिखाते हैं।
जेडीयू ने लालू प्रसाद यादव के ‘पिंडदान’ वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री तर्पण करने आए थे। जेडीयू के अनुसार, प्रधानमंत्री बिहार की सुख, शांति और समृद्धि के लिए आए थे।
इसके अतिरिक्त, पूर्व विधायक गोपाल अग्रवाल जेडीयू में शामिल हो गए। जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार विकास कर रहा है।