बिहार के भोजपुर जिले ने देश को कई महान विभूतियां दी हैं, जिनमें गणित के जादूगर वशिष्ठ नारायण सिंह भी शामिल हैं। 2 अप्रैल 1942 को जन्मे वशिष्ठ नारायण सिंह की प्रतिभा ने भारत का नाम रोशन किया। बचपन से ही पढ़ाई में असाधारण प्रतिभा के धनी वशिष्ठ ने पटना साइंस कॉलेज से बीएससी की डिग्री हासिल की, और गणित के प्रोफेसर को चुनौती देकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। 1969 में पीएचडी पूरी करने के बाद, उन्होंने नासा में भी काम किया, लेकिन 1971 में भारत लौट आए। 1973 में शादी के बाद, उनके व्यवहार में बदलाव आने लगे और 1989 में वे पांच साल के लिए गायब हो गए। 14 नवंबर 2019 को उनका निधन हो गया, जिससे पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई।
गणित के चाणक्य: वशिष्ठ नारायण सिंह की असाधारण कहानी
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