बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों से पहले, पूर्व मंत्री बीमा भारती ने एक डिजिटल बैठक में नीतीश कुमार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अब लोगों को पहचानने में भी असमर्थ हैं और आधे घंटे में ही उन्हें भूल जाते हैं। भारती ने इस बार अपनी बेटी को चुनाव में न उतारने की बात भी कही।
डिजिटल बैठक में नीतीश कुमार के राजनीतिक भविष्य पर बोलते हुए, बीमा भारती ने कहा कि इस बार बदलाव होगा। उन्होंने नीतीश कुमार को ‘थका हुआ मुख्यमंत्री’ बताया और कहा कि अब वह पहले जैसे नहीं रहे। उन्होंने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि नीतीश कुमार अब बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने और बेरोजगारी तथा गरीबी पर बात क्यों नहीं करते। बीमा भारती, आरजेडी में शामिल होने से पहले जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) में थीं।
पूर्णिया में पप्पू यादव को समर्थन न देने के सवाल पर, बीमा भारती ने कहा कि यह पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर निर्भर करता है। उन्होंने कहा कि महागठबंधन ने उन्हें लड़ने को कहा था, और पप्पू यादव के साथ उनके अच्छे संबंध हैं, जो पूर्णिया से सांसद हैं।
प्रशांत किशोर के इस आरोप पर कि नीतीश कुमार अपने मंत्रियों के नाम भी भूल जाते हैं, बीमा भारती ने सहमति जताई। उन्होंने बताया कि एक बार उनकी बेटी नीतीश कुमार से मिलने गई थी और मुख्यमंत्री ने उनकी बेटी से पूछा कि लेशी सिंह कौन हैं, जबकि लेशी सिंह उस समय धमदाहा सीट से विधायक और कैबिनेट मंत्री थीं। बीमा भारती ने दावा किया कि अब नीतीश कुमार आधे घंटे बाद मिलने पर भी लोगों को पहचान नहीं पाते हैं, जिससे बिहार का विकास कैसे होगा, यह एक बड़ा सवाल है।
उन्होंने यह भी बताया कि वह रुपौली सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही हैं। जेडीयू छोड़ने के सवाल पर, उन्होंने कहा कि मंत्रालय को लेकर उन्हें कोई परेशानी नहीं थी, लेकिन उनके क्षेत्र में बाढ़ की समस्या और बांधों की मांग पर सरकार की ओर से कोई ध्यान नहीं दिया गया।
अंत में, बीमा भारती ने कहा कि इस बार धमदाहा में महागठबंधन का उम्मीदवार मजबूती से लड़ेगा और जीतेगा। उन्होंने 2015 के एक मामले में अपने पति और बेटे को फंसाने का भी आरोप लगाया।