9 सितंबर को हुए उपराष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार सी.पी. राधाकृष्णन की जीत के बाद क्रॉस वोटिंग पर विवाद छिड़ गया है। विपक्षी सांसदों ने बीजेपी पर वोट खरीदने का आरोप लगाया है। टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने हर सांसद का वोट खरीदने के लिए 15 से 20 करोड़ रुपये तक खर्च किए।
अभिषेक बनर्जी ने कहा कि बीजेपी नेता चुनाव को प्रभावित करने के लिए पैसे लेकर आए थे। उन्होंने कहा कि टीएमसी के सभी सांसदों ने विपक्षी उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी को वोट दिया। कांग्रेस नेता जयराम रमेश के अनुसार, 315 सांसदों ने रेड्डी को समर्थन देने की बात कही थी।
मनीष तिवारी ने कहा कि अगर क्रॉस वोटिंग हुई है तो गठबंधन को जांच करनी चाहिए। तेजस्वी यादव ने कहा कि आरजेडी के सभी सांसदों ने गठबंधन को वोट दिया। सुप्रिया सुले ने सवाल उठाया कि बीजेपी को कैसे पता कि किसने किसे वोट दिया। अरविंद सावंत ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि उन्होंने सांसदों को ब्लैकमेल किया होगा।
बीजेपी ने इन आरोपों को खारिज किया और कहा कि एनडीए एकजुट है जबकि विपक्ष बिखरा हुआ है।