केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने बिल्डरों और बैंकों के बीच मिलीभगत से घर खरीदारों से ठगी के मामले में मुंबई, कोलकाता और बेंगलुरु सहित तीन शहरों में छापेमारी की है। यह कार्रवाई 12 जगहों पर की गई, जिसमें कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए गए। CBI ने इस मामले में 6 केस दर्ज किए हैं, जिसमें बिल्डरों द्वारा खरीदारों के साथ बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी का आरोप है।

जांच का मुख्य उद्देश्य बिल्डरों और वित्तीय संस्थानों के अधिकारियों के बीच सांठगांठ की जांच करना है। जिन बिल्डरों पर छापेमारी की गई है, उनमें बेंगलुरु की तीन कंपनियां (इथाका एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड, एलजीसीएल अर्बन होम्स (इंडिया) और ओजोन अर्बाना इंफ्रा डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड), मुंबई की शश्वती रियल्टी प्राइवेट लिमिटेड, कोलकाता की एमकेएचएस हाउसिंग एलएलपी और मुंबई की एक्मे रियलिटीज प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं।
इस ठगी से पीड़ित घर खरीदार सुप्रीम कोर्ट पहुंचे थे, जहां यह पाया गया कि बिल्डरों ने ‘सबवेंशन स्कीम’ के जरिए लोगों को फंसाया। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद CBI ने जांच शुरू की और 6 नए केस दर्ज किए गए, जिसके बाद यह छापेमारी की गई।






