छत्तीसगढ़ के मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले में बुधवार को सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 35 लाख के इनामी दो बड़े नक्सलियों को मार गिराया। मुठभेड़ मदनवाड़ा पुलिस स्टेशन के तहत आने वाले बांदा पहाड़ी के जंगल में हुई, जब जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की संयुक्त टीम नक्सल विरोधी अभियान चला रही थी।
सूत्रों के अनुसार, यह अभियान मंगलवार रात को खुफिया जानकारी के आधार पर शुरू किया गया था, जिसमें क्षेत्र में वरिष्ठ माओवादी नेताओं की मौजूदगी की सूचना थी। बुधवार दोपहर भारी बारिश के बीच, रेतेगांव गांव के पास बांदा पहाड़ी क्षेत्र को घेरते समय नक्सलियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई की। मुठभेड़ खत्म होने के बाद जब सुरक्षाबलों ने जंगल में तलाशी अभियान चलाया, तो दो नक्सलियों के शव बरामद हुए।
मारे गए नक्सलियों की पहचान दंडकारण्य विशेष जोनल समिति के सदस्य विजय रेड्डी और डिविजनल कमेटी के सदस्य लोकेश सलामे के रूप में हुई। रेड्डी पर 25 लाख का इनाम था और पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में भी उसके खिलाफ इनाम घोषित था। वहीं, सलामे पर 10 लाख का इनाम था। पुलिस मारे गए नक्सलियों के साथियों की भी तलाश में जुटी हुई है। रेड्डी राजनांदगांव-कांकेर सीमा डिवीजन में एक प्रमुख माओवादी नेता था और महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले से सटे क्षेत्र में काफी एक्टिव था।
इस अभियान के तहत छत्तीसगढ़ में इस साल अब तक 229 नक्सलियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया है, जिनमें से 208 बस्तर डिवीजन में मारे गए हैं। इस सूची में बीजापुर, बस्तर, कांकेर, कोंडागांव, नारायणपुर, सुकमा और दंतेवाड़ा जिले भी शामिल हैं। जिले के पुलिस अधीक्षक वाय.पी. सिंह ने जानकारी दी कि सर्च अभियान के दौरान पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें बड़े नक्सली मारे गए।