केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को जगदलपुर में कहा कि माओवादियों से बातचीत का कोई सवाल ही नहीं है, उन्हें पहले आत्मसमर्पण करना होगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि नक्सलवाद को अगले साल 31 मार्च तक पूरी तरह से खत्म कर दिया जाएगा। शाह ने कहा कि केंद्र सरकार ने पिछले 10 सालों में छत्तीसगढ़ में विकास के लिए 4 लाख करोड़ रुपये से अधिक दिए हैं और आदिवासियों के सम्मान में कई योजनाएं शुरू की गई हैं।
जगदलपुर के लालबाग परेड मैदान में बस्तर दशहरा लोकोत्सव और स्वदेशी मेला कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शाह ने नक्सलवाद के खात्मे का संकल्प दोहराया। उन्होंने कहा कि जो लोग बस्तर की शांति भंग करने की कोशिश करेंगे, सुरक्षा बल उन्हें मुंहतोड़ जवाब देंगे।
शाह ने आदिवासियों से अपील की कि वे अपने गांव के युवाओं को हथियार डालने और मुख्यधारा में लौटने के लिए समझाएं। उन्होंने कहा कि जो लोग बातचीत की बात करते हैं, उन्हें स्पष्ट कर दूं कि सरकार बस्तर और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि आत्मसमर्पण नीति बनाई गई है, इसलिए हथियार डाल दीजिए। उन्होंने कहा कि नक्सलवाद विकास में बाधा है, और केंद्र सरकार नक्सल प्रभावित गांवों को 1 करोड़ रुपये देगी।