प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ के 25वें राज्योत्सव के अवसर पर नया रायपुर का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने विभिन्न विकास परियोजनाओं, नई इमारतों और सांस्कृतिक धरोहरों का लोकार्पण किया। ₹14,260 करोड़ से अधिक की परियोजनाओं की नींव रखते हुए, पीएम मोदी ने कहा कि राज्य आज आत्मविश्वास से भरा है और विकास के नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है।
**ग्रामीण विद्युतीकरण और इंटरनेट की पहुंच**
एक जनसभा को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री ने पिछले 25 वर्षों में छत्तीसगढ़ की उल्लेखनीय प्रगति पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “आज छत्तीसगढ़ के हर गांव में बिजली और इंटरनेट पहुंच चुका है। हमारी सरकार आपके जीवन की कठिनाइयों को कम करने के लिए अथक प्रयास कर रही है।” उन्होंने उज्ज्वला योजना की सफलता का भी उल्लेख किया, जिससे गरीब, दलित और आदिवासी परिवारों तक गैस सिलेंडर पहुंच रहे हैं। अब सरकार गांवों में पाइप्ड गैस पहुंचाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
**सड़क नेटवर्क का विस्तार और ग्रामीण संपर्क**
पीएम मोदी ने बताया कि 2000 में राज्य गठन के समय गांवों तक पहुंचना मुश्किल था और सड़कें न के बराबर थीं। आज, 40,000 किलोमीटर के ग्रामीण सड़क नेटवर्क ने सुदूर इलाकों को राज्य के बाकी हिस्सों से जोड़ दिया है।
**आवास और कल्याणकारी पहल**
प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत 3.51 लाख पूर्ण घरों का गृह प्रवेश कराते हुए, पीएम मोदी ने 3 लाख लाभार्थियों के लिए ₹1,200 करोड़ जारी किए। इससे राज्य के ग्रामीण परिवारों को गरिमापूर्ण आवास सुनिश्चित होगा।
**छत्तीसगढ़ की विरासत का सम्मान**
उन्होंने शहीद वीर नारायण सिंह की अश्वारोही प्रतिमा का अनावरण किया और शहीद वीर नारायण सिंह स्मारक एवं आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय का उद्घाटन किया, जो आदिवासी समुदायों के बलिदान का प्रतीक है। उन्होंने हरित भवन अवधारणा पर बने नए छत्तीसगढ़ विधानसभा भवन का भी लोकार्पण किया, जो पूरी तरह से सौर ऊर्जा से संचालित है और वर्षा जल संचयन प्रणाली से लैस है।
**सांस्कृतिक और आध्यात्मिक जुड़ाव**
पीएम मोदी ने ब्रह्मकुमारी द्वारा नया रायपुर में स्थापित आध्यात्मिक शिक्षा, शांति और ध्यान के आधुनिक केंद्र ‘शांति शिखर’ का भी उद्घाटन किया। उन्होंने राज्य की विकास यात्रा को दर्शाने वाली एक प्रदर्शनी का अवलोकन किया और लोगों से जुड़ने के लिए एक रोड शो में भाग लिया।
**परिवर्तन पर प्रधानमंत्री के विचार**
प्रधानमंत्री ने कहा, “पिछड़ेपन और नक्सलवाद से जुड़ा छत्तीसगढ़, अब समृद्धि, सुरक्षा और स्थिरता का प्रतीक बन रहा है।” उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को छत्तीसगढ़ के निर्माण के लिए याद किया और नए विधानसभा परिसर में उनकी प्रतिमा का अनावरण किया।
**शासन और वैश्विक जिम्मेदारी**
उन्होंने ‘राम से राष्ट्र’ के सिद्धांतों – सुशासन, जन कल्याण और मानवता विरोधी शक्तियों का उन्मूलन – पर जोर दिया। उन्होंने भारत की वैश्विक भूमिका को भी उजागर किया, कि कैसे भारत संकट के समय एक विश्वसनीय भागीदार के रूप में आगे बढ़ता है और प्रकृति संरक्षण में दुनिया का नेतृत्व करता है।
**स्वास्थ्य सेवा और सामुदायिक जुड़ाव**
‘दिल की बात’ पहल के तहत, पीएम मोदी ने श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल में जन्मजात हृदय रोग से ठीक हुए 2,500 बच्चों के साथ बातचीत की, जो स्वास्थ्य सेवा और सामाजिक कल्याण के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
छत्तीसगढ़ की 25वीं वर्षगांठ प्रगति, परिवर्तन और भविष्य की आशा का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। पीएम मोदी की यात्रा समावेशी विकास, सांस्कृतिक गौरव और टिकाऊ विकास के दृष्टिकोण को रेखांकित करती है।



