प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को रायपुर में छत्तीसगढ़ की नई विधानसभा भवन का भव्य उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने राज्य के विकास में छत्तीसगढ़ के लोगों के योगदान की सराहना की और इसे अपने जीवन का ‘वरदान’ बताया। मोदी ने कहा कि छत्तीसगढ़ की रचना, उसके विजन और उसकी पूर्ति के हर पल के वे साक्षी रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि डॉ. बी.आर. अंबेडकर के नेतृत्व में संविधान का मसौदा तैयार करने में छत्तीसगढ़ के कई महत्वपूर्ण नेताओं ने अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने देश की ‘लोकतंत्र की जननी’ के रूप में पहचान पर जोर देते हुए कहा कि वर्ष 2025 देश का ‘अमृत वर्ष’ होगा।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 25 साल पहले छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना के पीछे वाजपेयी की दूरदर्शिता थी। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक प्रशासनिक निर्णय नहीं था, बल्कि छत्तीसगढ़ के विकास के नए रास्ते खोलने और उसकी आत्मा को पहचानने का एक प्रयास था। वाजपेयी की प्रतिमा का अनावरण करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य नई ऊंचाइयों को छू रहा है और पूर्व प्रधानमंत्री के सपने साकार हो रहे हैं।
यह नया विधानसभा परिसर, जो 51 एकड़ में फैला है और 324 करोड़ रुपये की लागत से बना है, केवल एक इमारत नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक पहचान और प्रगतिशील भावना का प्रतीक है। इस अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत भी उपस्थित रहे।





