छत्तीसगढ़ में सौर ऊर्जा उपभोक्ताओं को ऊर्जा उत्पादक से ऊर्जा दाता बनाने की दिशा में कदम बढ़ाया जा रहा है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने रायपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना जैसी पहलों पर जोर दिया, जिससे राज्य स्वच्छ ऊर्जा लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
मुख्यमंत्री ने सौर ऊर्जा के लाभों और सब्सिडी के बारे में जानकारी देने के लिए सूर्य रथ को रवाना किया। उन्होंने 618 उपभोक्ताओं के खातों में 1.85 करोड़ रुपये की सब्सिडी भी ऑनलाइन वितरित की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार हॉफ बिजली बिल से आगे बढ़कर मुफ्त बिजली की ओर बढ़ रही है। उन्होंने लोगों से इस योजना को अपनाने और दूसरों को भी प्रेरित करने का आग्रह किया। केंद्र और राज्य सरकारें उपभोक्ताओं को सब्सिडी प्रदान कर रही हैं और बैंकिंग व्यवस्था के माध्यम से वित्तीय सहायता भी उपलब्ध करा रही हैं। आने वाले समय में मुफ्त बिजली का लाभ मिलेगा। प्रधानमंत्री कुसुम योजना के तहत लाभार्थियों को लेटर ऑफ अवार्ड दिए गए, जिससे वे सौर ऊर्जा का उत्पादन कर बिजली बेच सकते हैं और सस्ती बिजली का लाभ उठा सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने 2014 में सौभाग्य योजना के माध्यम से हर घर तक बिजली पहुंचाने की बात की और बताया कि अब सभी गांवों में बिजली पहुंच चुकी है। उन्होंने कहा कि देश स्वच्छ और हरित ऊर्जा की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
छत्तीसगढ़ में बिजली उत्पादन क्षमता 2000 में 1,400 मेगावाट थी, जो अब 30,000 मेगावाट हो गई है। नई उद्योग नीति के तहत ऊर्जा क्षेत्र में 3.50 लाख करोड़ रुपये के एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए हैं, जिससे ऊर्जा उत्पादन क्षमता में और वृद्धि होगी। कार्यक्रम में छात्रों ने सौर ऊर्जा पर अपने विचार रखे। मुख्यमंत्री ने विभिन्न योजनाओं का विमोचन किया और उत्कृष्ट विक्रेताओं को सम्मानित किया।