मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने नारायणपुर की तीन युवतियों की स्थिति पर बात की और गहरी चिंता व्यक्त की। घटना में लड़कियों को नर्सिंग प्रशिक्षण और रोजगार का झूठा वादा करके दो ननों द्वारा दुर्ग रेलवे स्टेशन से आगरा ले जाया जा रहा था।
सीएम साय ने खुलासा किया कि प्रारंभिक जांच से मानव तस्करी और जबरन धर्मांतरण की संभावना का पता चलता है, जिससे महिलाओं की सुरक्षा और सामाजिक कल्याण के संबंध में स्थिति की गंभीरता पर प्रकाश डाला गया है।
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मुख्यमंत्री ने पुष्टि की कि जांच चल रही है और मामला कानूनी चैनलों से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार पारदर्शिता और संवेदनशीलता के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे कानून को अपना काम करने की अनुमति मिल सके। उन्होंने यह भी दोहराया कि छत्तीसगढ़ एक ऐसा राज्य है जो शांति और समावेशिता को अपनाता है, जहां सभी विश्वास और समुदाय सद्भाव से सह-अस्तित्व में हैं।
सीएम साय ने महिलाओं की सुरक्षा और गरिमा के प्रति सरकार की अटूट प्रतिबद्धता पर जोर दिया। उन्होंने बस्तर की बेटियों को प्रभावित करने वाले मुद्दे के राजनीतिकरण पर अपनी निराशा व्यक्त की, और इस प्रथा के खिलाफ आग्रह किया, खासकर जब यह महिलाओं की सुरक्षा से संबंधित हो।