बालोद में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है जहां नगरीय प्रशासन विभाग ने एक मृत सब इंजीनियर का तबादला कर दिया। दो महीने पहले ही इस इंजीनियर की मृत्यु हो चुकी थी, लेकिन विभाग ने उनकी फाइल और रिकॉर्ड को अपडेट नहीं किया। नतीजतन, उन्हें जीवित मानते हुए तबादला आदेश जारी कर दिया गया। यह लापरवाही विभाग की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़ा करती है और प्रशासनिक चूक को उजागर करती है। विभाग ने बाद में इस आदेश को संशोधित किया, लेकिन इस घटना ने सिस्टम की लापरवाही को उजागर किया है।





