कोरबा, छत्तीसगढ़ से एक अविश्वसनीय घटना सामने आई है, जहां एक मृत व्यक्ति के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया। दिलीप दुबे, जो कोरबा के एमपी नगर के निवासी थे, का निधन 31 जनवरी 2024 को हो गया था। चौंकाने वाली बात यह है कि मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत ने 19 सितंबर 2024 को उनके नाम गिरफ्तारी वारंट जारी किया। वारंट में उन्हें एक मामले में गवाह के रूप में अदालत में पेश न होने के कारण गिरफ्तार करने का आदेश दिया गया था। दुबे के परिवार ने बताया कि पुलिस ने उन्हें कभी भी समन नहीं भेजा और सीधे वारंट लेकर उनके घर पहुंची। यह मामला तब का है जब उनके बेटे के साथ मारपीट हुई थी और दिलीप दुबे और उनकी पत्नी को गवाह बनाया गया था। परिवार अब इस वारंट को रद्द करवाने के लिए अदालत के चक्कर लगा रहा है। इस घटना ने पुलिस और न्यायपालिका की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
मृत्यु के बाद गिरफ्तारी वारंट: कोरबा में पुलिस की लापरवाही
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