प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छत्तीसगढ़ में छापेमारी शुरू की है, जिससे राज्य में हलचल मच गई है। लक्ष्य विजय अग्रवाल हैं, जो एक प्रमुख रेलवे ठेकेदार और होटल सागर इंटरनेशनल के मालिक हैं। ED अधिकारियों ने मंगलवार सुबह अग्रवाल के दुर्ग स्थित ठिकानों पर छापेमारी शुरू की, जिसमें CRPF सुरक्षा के साथ टीमें तैनात की गईं।
प्राथमिक जानकारी से पता चलता है कि ED अग्रवाल के परिसरों में दस्तावेजों की जांच और व्यक्तियों से पूछताछ पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। ऐसा माना जाता है कि विजय अग्रवाल के व्यावसायिक हित विभिन्न फर्मों में फैले हुए हैं। व्यावसायिक कार्यों का प्रबंधन पहले तीन भाइयों की तिकड़ी द्वारा किया जाता था, लेकिन हाल ही में परिवार के भीतर विभाजन ने गतिशीलता को बदल दिया है। ED की जांच में पूरे समूह को शामिल किया गया है, जिसमें सभी भाई शामिल हैं। पिछली छत्तीसगढ़ सरकार के प्रशासन के दौरान परिवार की भागीदारी पर भी ध्यान दिया गया था, विशेष रूप से मिड-डे मील कार्यक्रम के संबंध में, जहां अनुबंध आवंटित किए गए थे। इसके अतिरिक्त, समूह के कुछ सदस्यों को रेल नीर घोटाले से संबंधित आरोपों का सामना करना पड़ा है।
रिपोर्टों से पता चलता है कि ED की कार्रवाई दुर्ग तक सीमित नहीं है, रायपुर में भी ऑपरेशन चल रहे हैं, जहां परिवार अन्य व्यावसायिक हित रखता है। रायपुर में परिवार के स्वामित्व वाला कोर्टयार्ड मैरियट होटल भी संभावित रूप से जांच के दायरे में है। हालांकि ED से आधिकारिक बयान का इंतजार है, लेकिन ऑपरेशन पूरे दिन चलने की उम्मीद है। छत्तीसगढ़ में ED की बार-बार की जाने वाली कार्रवाई से राज्य के व्यावसायिक और राजनीतिक माहौल पर और असर पड़ने की उम्मीद है।