छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक कथित अश्लील पार्टी को लेकर बवाल मच गया है, जिसमें बिना कपड़ों के शामिल होने की शर्त थी। सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक पोस्टर के अनुसार, यह पार्टी 21 सितंबर को आयोजित होनी थी। इस पार्टी में 18 वर्ष से अधिक उम्र के युवक-युवतियों को बिना कपड़ों के आने का निमंत्रण दिया गया था। यह खबर आग की तरह फैली और सियासी घमासान भी मचा। रायपुर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 24 घंटे के अंदर इस आयोजन से जुड़े सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ कर रही है, लेकिन सवाल यह है कि क्या ऐसी प्राइवेट पार्टियां पहले भी पुलिस की जानकारी के बिना आयोजित होती रही हैं? सोशल मीडिया पर वायरल हुए पोस्टर के बाद, भारी विरोध शुरू हो गया। दावा किया जा रहा है कि पुलिस ने पार्टी के आयोजन से पहले ही छापा मारा और आयोजकों को गिरफ्तार कर लिया। आयोजकों के मोबाइल से इंस्टाग्राम आईडी और अन्य डिजिटल सबूत भी मिले हैं। गिरफ्तार लोगों ने किसी भी पार्टी के आयोजन से इनकार किया है।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि आयोजकों ने लोकप्रियता और धोखाधड़ी से पैसे कमाने के लिए यह योजना बनाई थी। पार्टी में एंट्री फीस 40,000 रुपये थी, जिसमें रातभर रुकने की सुविधा थी। कार्यक्रम का प्रचार इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर किया जा रहा था। सूत्रों के अनुसार, कुछ लोगों ने सिंगल और कपल एंट्री के लिए 20 से 40 हजार रुपये तक दिए थे। इस मामले पर राज्य की राजनीति भी गरमा गई है, जिसमें कांग्रेस और भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। पुलिस ने इस मामले में कई धाराओं के तहत केस दर्ज किया है, जिसमें सार्वजनिक अशांति फैलाना और अश्लील सामग्री फैलाना शामिल है। छत्तीसगढ़ पुलिस ने इस मामले में एक अंतर्राज्यीय आरोपी को भी गिरफ्तार किया है।