चक्रवात मंथन के आंध्र प्रदेश तट की ओर बढ़ने के साथ ही राज्य सरकार ने लोगों की सुरक्षा और नुकसान को कम करने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। प्रभावित सात तटीय जिलों में रात का कर्फ्यू लगा दिया गया है और वाहनों की आवाजाही पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, चक्रवात मंथन मंगलवार शाम को गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया है। यह लगभग 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर-उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ रहा है। बंगाल की खाड़ी में स्थित इस चक्रवात के अगले तीन से चार घंटों में आंध्र प्रदेश के तट पर टकराने की संभावना है। इसका लैंडफॉल मचिलिपुट्नम और कलिंगपटनम के बीच, काकीनाडा के पास होने की उम्मीद है।
सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, कृष्णा, एलुरु, पूर्वी गोदावरी, पश्चिम गोदावरी, काकीनाडा, डॉ. बी.आर. अम्बेडकर कोनासीमा और अल्लूरी सीताराम राजू के कुछ हिस्सों (चिंटुरु और रामपुरचोडावरम डिवीजन) जैसे सात तटीय जिलों में आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर सभी प्रकार के वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। यह प्रतिबंध 28 अक्टूबर की रात 8:30 बजे से 29 अक्टूबर की सुबह 6:00 बजे तक लागू रहेगा। पुलिस को राष्ट्रीय राजमार्गों सहित सभी सड़क यातायात को रोकने के निर्देश दिए गए हैं।
चक्रवात से प्रभावित जिलों में एहतियात के तौर पर रात का कर्फ्यू भी लागू किया गया है। केवल आवश्यक चिकित्सा और महत्वपूर्ण सेवाओं को छूट दी गई है। नागरिकों से घर के अंदर रहने, सरकारी निर्देशों का पालन करने और रियल टाइम गवर्नेंस सोसाइटी (RTGS) से प्राप्त नवीनतम सूचनाओं पर ध्यान देने का आग्रह किया गया है।
IMD ने चेतावनी दी है कि चक्रवात के प्रभाव से हवा की गति 90–100 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकती है, जो 110 किलोमीटर प्रति घंटा तक झोंकेदार हो सकती है। आंध्र प्रदेश, ओडिशा और उत्तरी तमिलनाडु के तटीय इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका है।
इसके मद्देनजर, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की 25 टीमों को आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़ और पुडुचेरी में तैनात किया गया है। परिवहन सेवाओं पर भी असर पड़ा है। हैदराबाद से विजयवाड़ा, विशाखापत्तनम और राजमुंदरी के बीच 35 उड़ानों को रद्द कर दिया गया है, जबकि विशाखापत्तनम हवाई अड्डे पर परिचालन निलंबित है। कई ट्रेन सेवाएं भी सुरक्षा के तौर पर रोकी गई हैं। आंध्र प्रदेश सरकार पूरी तरह से हाई अलर्ट पर है और स्थिति की लगातार निगरानी कर रही है।







