राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के 100 वर्ष पूरे होने के अवसर पर केंद्र सरकार ने दिल्ली में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया। इस समारोह में प्रधानमंत्री मोदी ने डाक टिकट और 100 रुपये का सिक्का जारी किया। कार्यक्रम में संघ के सरकार्यवाहक दत्तात्रेय होसबाले ने संबोधित किया और संघ के 100 साल के सफर के बारे में बताया।
दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि सरकार ने इस कार्यक्रम के बारे में सोचा और संघ के प्रतिनिधि के रूप में वे इसमें शामिल हुए। उन्होंने सरकार को इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि विजयादशमी संघ के लिए खास है, क्योंकि संघ 101वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। उन्होंने भारत सरकार को संघ के कार्यकर्ताओं की ओर से धन्यवाद दिया जो देश और दुनिया भर में फैले हुए हैं।
उन्होंने कहा कि जो भी समाज के लिए काम करता है, उसे सम्मान मिलना चाहिए और भारत सरकार ऐसा करती रही है। देश के कोने-कोने में स्वयंसेवक हैं और संघ का विस्तार हुआ है। संघ के कार्यों को देखते हुए समाज संघ को जानता है। दत्तात्रेय होसबाले ने बताया कि संघ की 100 वर्ष की यात्रा रोचक रही है। संघ एक विचार के लिए साधना करता रहा है। संघ को आज देश राष्ट्रभक्ति और सेवा के लिए जानता है। स्वयंसेवक समाज के लिए काम करते हैं। उन्होंने कहा कि संघ का उद्देश्य व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण करना है। संगठित होने से समाज खड़ा होता है।
उन्होंने आगे कहा कि भारत के लोगों को भारत के लिए जीना चाहिए और भारत को विश्व के लिए कार्य करना चाहिए। यह हर व्यक्ति का कर्तव्य है। दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि देश केवल मांगने के लिए नहीं है, बल्कि उसे देना भी है। संघ किसी का विरोध नहीं करता है और समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर चलता है। संघ के लिए राष्ट्र ही सबकुछ है और देश के हर व्यक्ति के लिए भी ऐसा ही होना चाहिए। आपदा के समय स्वयंसेवक सेवा में लग जाते हैं।