दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर लगातार गंभीर बना हुआ है। सोमवार सुबह राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 396 दर्ज किया गया, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है। यह स्थिति तब है जब दिल्ली-एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) का तीसरा चरण पहले से ही लागू है।

बिगड़ते वायु प्रदूषण के मद्देनजर, अधिकारियों ने दिल्ली सरकार (GNCTD) के अधीन सभी सरकारी कार्यालयों और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCT) में काम करने वाले सभी निजी कार्यालयों में केवल 50% कर्मचारियों को ही ऑन-साइट काम करने का निर्देश दिया है। शेष कर्मचारियों को प्रदूषण कम करने के GRAP उपायों के तहत घर से काम करने के लिए कहा गया है।
एयर क्वालिटी अर्ली वार्निंग सिस्टम (EWS) के पूर्वानुमान के अनुसार, 26 नवंबर तक वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रहने की संभावना है।
**सरकारी कर्मचारियों के लिए:** GNCTD के अधीन सरकारी कार्यालयों के सभी प्रशासनिक सचिवों और विभागाध्यक्षों को नियमित रूप से कार्यालय आना होगा, लेकिन 50% से अधिक कर्मचारी शारीरिक रूप से उपस्थित नहीं होने चाहिए। शेष 50% कर्मचारी घर से काम करेंगे। हालांकि, प्रशासनिक सचिव और विभागाध्यक्ष आवश्यकतानुसार अधिकारियों/कर्मचारियों को आवश्यक और आपातकालीन सार्वजनिक सेवाओं की निर्बाध डिलीवरी सुनिश्चित करने के लिए बुला सकते हैं।
**निजी कर्मचारियों के लिए:** दिल्ली के भीतर संचालित होने वाले सभी निजी कार्यालयों में 50% से अधिक कर्मचारी कार्यस्थल पर उपस्थित नहीं होने चाहिए। शेष कर्मचारियों को अनिवार्य रूप से घर से काम करना होगा।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, गाजीपुर क्षेत्र में AQI 441 दर्ज किया गया। आनंद विहार में AQI सुबह 440 था, जो ‘गंभीर’ प्रदूषण श्रेणी में आता है।
सुबह 7 बजे तक, बवाना में AQI 434 दर्ज किया गया, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है।
नई दिल्ली के AIIMS और सफदरजंग अस्पताल के आसपास के इलाकों में सुबह जहरीले धुंध की मोटी परत छाई हुई दिखाई दी।
AQI वर्गीकरण के अनुसार: 0-50 ‘अच्छा’, 51-100 ‘संतोषजनक’, 101-200 ‘मध्यम’, 201-300 ‘खराब’, 301-400 ‘बहुत खराब’, और 401-500 ‘गंभीर’ होता है।
**इंडिया गेट पर विरोध प्रदर्शन:** रविवार को दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते वायु प्रदूषण के खिलाफ इंडिया गेट पर कुछ लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया, जिन्हें बाद में पुलिस ने हटा दिया।






