दिवाली के त्यौहार के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में यातायात का भारी दबाव देखा जा रहा है। शुक्रवार को तीन मूर्ति मार्ग (Teen Murti Marg) पर भीषण जाम लग गया, जिससे लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। यह स्थिति ऐसे समय में आई है जब एक दिन पहले ही दिल्ली के कई इलाकों, जैसे संसद मार्ग (Sansad Marg) के पास टोलस्टॉय रोड (Tolstoy Road) और उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) क्षेत्र में भी जाम की खबरें थीं।
भारत में हर्षोल्लास से मनाया जाने वाला दिवाली का त्यौहार, विशेष रूप से दिल्ली जैसे महानगरों में, अक्सर यातायात जाम का कारण बनता है। हजारों लोग परिवार से मिलने, खरीदारी करने और उत्सवों में शामिल होने के लिए यात्रा करते हैं, जिससे सड़कें भर जाती हैं और यात्रा का समय काफी बढ़ जाता है।
**वीडियो में देखें दिल्ली के तीन मूर्ति मार्ग का हाल:**
दिवाली के इस व्यस्त समय में, यातायात पुलिस ने ट्रैफिक प्रबंधन के लिए अतिरिक्त कर्मचारियों की तैनाती की है और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए विशेष नियम लागू किए हैं। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त दिनेश के गुप्ता ने बताया कि अधिकतम स्टाफ को तैनात किया गया है और मौके पर ही चालान काटे जा रहे हैं। उन्होंने कहा, “हमारे मोटरसाइकिल गश्ती दल सक्रिय हैं और अधिकारी लगातार स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। हम सड़कों पर गलत तरीके से पार्क किए गए वाहनों को हटा रहे हैं और चालान ऐप के माध्यम से अधिकतम चालान जारी कर रहे हैं ताकि लोग गलत जगहों पर अपने वाहन पार्क न करें।” उन्होंने यह भी बताया कि लाजपत नगर, सरोजिनी नगर और कनॉट प्लेस जैसे प्रमुख बाजारों के लिए विशेष यातायात योजनाएं बनाई गई हैं।
त्यौहार के मौसम को देखते हुए ‘ड्रिंक एंड ड्राइव’ के खिलाफ भी विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं। नशे में गाड़ी चलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई के लिए अल्कोहल मीटर से लैस विशेष टीमें रात में पिकेट लगाकर जांच कर रही हैं।
**दिल्ली ट्रैफिक पर सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएं:**
सोशल मीडिया पर भी लोग दिल्ली की ट्रैफिक जाम की स्थिति साझा कर रहे हैं। एक एक्स (पूर्व में ट्विटर) यूजर ने लिखा, “आज दिल्ली में इतना ट्रैफिक था! मुझे फंसने से बचने के लिए मेट्रो लेनी पड़ी।” एक अन्य ने कहा, “दिल्ली में अभी ट्रैफिक धैर्य की परीक्षा ले रहा है, जिसकी हमें जरूरत नहीं थी।” गाजीपुर डंप के पास दिल्ली प्रवेश द्वार पर एक यूजर ने भारी जाम का जिक्र करते हुए कहा, “हर दिन यही कहानी है।”
वाहनों की बढ़ती संख्या, पार्किंग की कमी और कार्यक्रमों के लिए सड़कों का बार-बार बंद होना भी इस समस्या को बढ़ाता है, जिससे यात्रियों को भारी देरी और निराशा का सामना करना पड़ता है।