दिल्ली की हवा की गुणवत्ता शनिवार की सुबह ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी रही। एयर क्वालिटी अर्ली वार्निंग सिस्टम के अनुसार, औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 359 दर्ज किया गया। शुक्रवार को दर्ज 364 AQI की तुलना में इसमें मामूली सुधार देखा गया, लेकिन शहर के कई हिस्सों में अभी भी जहरीली धुंध की मोटी परत छाई हुई है।

**आईटीओ और नोएडा में खतरनाक वायु गुणवत्ता**
आईटीओ क्षेत्र में AQI 370 रहा, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है। यहाँ लोग धुंध के बीच अपना काम करते दिखे। वहीं, नोएडा का वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में बना रहा। सेक्टर 125 में AQI 434 दर्ज किया गया, हालांकि शुक्रवार की तुलना में थोड़ी राहत मिली है।
**ग्रेटर नोएडा में बेहतर हवा**
ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में तुलनात्मक रूप से बेहतर हवा की गुणवत्ता देखी गई। नॉलेज पार्क 5 का AQI 393 था, जबकि नॉलेज पार्क 3 में AQI 294 दर्ज किया गया, जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है।
**आईजीआई एयरपोर्ट और इंडिया गेट धुंध में लिपटे**
सुबह 7 बजे तक, आईजीआई एयरपोर्ट क्षेत्र में AQI 296 दर्ज किया गया, जो ‘खराब’ श्रेणी में था। यह अन्य क्षेत्रों की तुलना में थोड़ा बेहतर था। इंडिया गेट इलाके में भी घने कोहरे की चादर देखी गई, जहाँ AQI 370 मापा गया। अक्षरधाम और आसपास के इलाकों में AQI 422 दर्ज किया गया, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है।
**बवाना और आनंद विहार ‘गंभीर’ श्रेणी में**
औद्योगिक क्षेत्र बवाना में AQI 419 दर्ज किया गया, जो ‘गंभीर’ गुणवत्ता वाली हवा को दर्शाता है। आनंद विहार में भी AQI 422 था, जबकि अशोक विहार में 403, aya नगर में 330 (‘बहुत खराब’ श्रेणी) और रोहिणी में 414 AQI दर्ज किया गया।
**एनसीआर क्षेत्रों में मिश्रित AQI**
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) के अन्य इलाकों में गुरुग्राम के सेक्टर 51 में AQI 323, टेरी ग्राम में 212 (‘खराब’ श्रेणी) और NISE ग्वाल पहाड़ी क्षेत्र में 312 AQI दर्ज किया गया।
**दिल्ली हाई कोर्ट का आदेश: खेल आयोजनों पर रोक**
खराब होती हवा की गुणवत्ता को देखते हुए, दिल्ली हाई कोर्ट ने पहले ही सभी बाहरी खेल आयोजनों को रद्द करने का आदेश दिया था। स्कूलों के बच्चों ने शिकायत की थी कि ये जहरीले सर्दी के महीने उनके फेफड़ों और समग्र स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं।
**GRAP स्टेज 3 प्रतिबंध लागू**
प्रदूषण नियंत्रण के लिए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) स्टेज 3, 11 नवंबर से राष्ट्रीय राजधानी में लागू है। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) के आदेशानुसार, निर्माण, वाहनों की आवाजाही और औद्योगिक संचालन पर सख्त प्रतिबंधों के माध्यम से उत्सर्जन को नियंत्रित करने के कई उपाय किए जा रहे हैं।






