कांग्रेस ने मांड्या के पूर्व सांसद और कांग्रेस नेता एल.आर. शिवराम गौड़ा को नोटिस जारी किया है। पार्टी ने उन्हें कर्नाटक के मुख्यमंत्री में बदलाव पर दिए गए उनके बयानों पर एक हफ्ते के भीतर स्पष्टीकरण देने को कहा है। शिवराम गौड़ा ने बुधवार को दावा किया था कि डीके शिवकुमार राज्य के अगले मुख्यमंत्री बनेंगे।
शिवराम गौड़ा को भेजे गए नोटिस में कहा गया है, ‘कल आपने मुख्यमंत्री बदलने के संबंध में मीडिया को एक बयान दिया। आपने यह बयान अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के निर्देशों के बावजूद दिया है। इस मुद्दे पर कोई भी सार्वजनिक बयान न दें जिससे पार्टी में किसी भी प्रकार की भ्रम या शर्मिंदगी पैदा हो। आपके बयानों से न केवल पार्टी को शर्मिंदगी उठानी पड़ी है, बल्कि पार्टी अनुशासन का भी उल्लंघन हुआ है। हमने आपके बयानों को गंभीरता से लिया है और आपको इसका कारण पूछते हुए एक नोटिस जारी किया है। आप एक हफ्ते में इसका जवाब दें।’
शिवराम गौड़ा ने बुधवार को कहा था कि डीके शिवकुमार के मुख्यमंत्री बनने में कोई संदेह नहीं है। पार्टी जानती है कि क्या करना है और कब करना है। जिन लोगों ने पार्टी के लिए काम किया है, उन्हें इसका 100 फीसदी लाभ मिलेगा, इसमें कोई संदेह नहीं है। मेरी जानकारी के मुताबिक, नवंबर में इसका फैसला होगा। डीके ने हमें बताया कि आलाकमान ने दोनों को ढाई-ढाई साल मुख्यमंत्री बनाने का आश्वासन दिया है।
शिवकुमार के इस बयान के बाद कर्नाटक की सियासत में घमासान मच गया। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को तुरंत सामने आना पड़ा और उन्होंने बयान जारी कर कहा है कि पूरे पांच साल सत्ता संभालूंगा। पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि ढाई साल पूरे कर लिए हैं और ढाई साल और सत्ता में बना रहूंगा। दरअसल, कर्नाटक में सत्तारुढ़ कांग्रेस में पिछले काफी समय से अंदरुनी कलह चल रहा है। पार्टी के अंदर सत्ता परिवर्तन को लेकर लगातार कयास लगाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री पद को लेकर दोनों गुट अपने-अपने दावे कर रहे हैं। मगर मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कल साफ कर दिया था कि वो अपना कार्यकाल पूरा करेंगे और पूरे 5 साल तक पद पर बने रहेंगे।