कर्नाटक के कांग्रेस नेता और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने हाल ही में विधानसभा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का एंथम गाया, जिससे सभी हैरान रह गए। इस घटना के बाद, बीजेपी ने कांग्रेस पर निशाना साधना शुरू कर दिया।
जब इस मामले ने तूल पकड़ा, तो डीके शिवकुमार ने अपनी सफाई पेश की। इस दौरान, इस बात की अटकलें लगाई जा रही थीं कि क्या शिवकुमार बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। इस पर उन्होंने कहा कि वह जन्म से कांग्रेस के हैं और जीवन भर कांग्रेस के रहेंगे, साथ ही बीजेपी के साथ हाथ मिलाने का कोई इरादा नहीं है।
शिवकुमार ने यह एंथम तब गाया जब चिन्नास्वामी स्टेडियम में भगदड़ पर चर्चा हो रही थी। विपक्ष के नेता आर. अशोक ने उनके आरएसएस के साथ शुरुआती जुड़ाव की याद दिलाई। इसके जवाब में, उपमुख्यमंत्री ने आरएसएस का गान ‘नमस्ते सदा वात्सले’ गाना शुरू कर दिया, जिससे विधानसभा में बहस छिड़ गई।
बीजेपी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि अब कांग्रेस के अधिकांश नेता आरएसएस की तारीफ कर रहे हैं। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कहा कि डीके शिवकुमार को कल कर्नाटक विधानसभा में आरएसएस का एंथम गाते देखा गया। उन्होंने राहुल गांधी और गांधी-वाड्रा परिवार पर भी कटाक्ष किया। शिवकुमार ने स्पष्ट किया कि इस काम में कोई सीधा या परोक्ष संदेश नहीं था। उन्होंने कहा, ‘मैं सभी राजनीतिक पार्टियों पर रिसर्च करता हूं। मुझे पता है कि कर्नाटक में आरएसएस कैसे संस्थाएं बना रही है, वे जिले और तालुका के हर स्कूल को काबिज कर रहे हैं। मैं कांग्रेस का सदस्य हूं और हमेशा कांग्रेस में रहूंगा।’ उन्होंने कहा कि मैं जन्म से कांग्रेस का हूं और हमेशा कांग्रेस के साथ रहूंगा।