कांग्रेस लंबे समय से चुनाव आयोग पर धांधली और गड़बड़ी के आरोप लगाती रही है। इस मामले पर चुनाव आयोग ने बयान जारी किया है। आयोग का कहना है कि अगर गलतियों को समय पर बताया जाता तो उन्हें ठीक किया जा सकता था। आयोग ने यह भी कहा कि वह अपने अधिकारियों को खामियों को दूर करने में मदद करने के लिए दस्तावेजों की जांच का स्वागत करता है। चुनाव आयोग के इस बयान पर कांग्रेस नेताओं ने पलटवार किया।
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, ‘वे मूल रूप से यह कह रहे हैं कि वे मानते हैं कि उन्होंने वोट चुराए हैं, तो हमने उन्हें समय पर क्यों नहीं पकड़ा?’
‘मतदाता अधिकार यात्रा’ की शुरुआत के मौके पर कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, ‘राहुल गांधी आज एक बड़ा अभियान शुरू कर रहे हैं और चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस इसी संदर्भ में हो रही है, क्योंकि वे स्वीकार कर रहे हैं कि मतदाता सूची गलत है। अगर मतदाता सूची गलत है, तो उसे ठीक करना उनका काम है।’ उन्होंने कहा कि दूसरों को दोष देने से कुछ नहीं होगा।
कांग्रेस नेता भूपेश बघेल ने कहा, ‘चुनाव आयोग अब जागा है, लेकिन बहुत देर हो चुकी है। अगर उन्होंने अपनी जिम्मेदारियों को ठीक से निभाया होता, तो न तो फर्जी मतदाता जुड़ते और न ही फर्जी मतदान होता। यह यात्रा उस वोट चोरी के खिलाफ लड़ाई है जो भाजपा चुनाव आयोग के साथ मिलीभगत करके कर रही है।’
चुनाव आयोग ने कहा कि ऐसा लगता है कि कुछ राजनीतिक दलों ने चुनाव मशीनरी को त्रुटियां बताने के लिए उचित समय पर मतदाता सूची की जांच नहीं की। आयोग ने यह भी कहा कि वह अपने अधिकारियों को खामियों को दूर करने में मदद करने के लिए दस्तावेज की जांच का स्वागत करता है। राहुल गांधी ने मतदाता सूची में गड़बड़ियों का आरोप लगाया था और सबूत भी पेश किए थे, जिसके बाद चुनाव आयोग का बयान आया।