प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने असम में ऑल इंडिया सर्विसेज ऑफिसर्स को-ऑपरेटिव ग्रुप हाउसिंग सोसाइटी से जुड़े जमीन घोटाले में 94.22 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है और आरोप पत्र भी दायर किया है। गुवाहाटी ज़ोनल ऑफिस ने 18 सितंबर 2025 को राजेंद्र नाथ की आठ संपत्तियों को अस्थायी रूप से कुर्क किया था। यह मामला उस सोसाइटी से जुड़ा है जिसके सदस्य IAS, IPS और IFS अधिकारी हैं।
ED ने यह कार्रवाई गुवाहाटी के बेसिस्था थाने में दर्ज FIR के आधार पर शुरू की थी। FIR में सौतिक गोस्वामी और राजेंद्र नाथ सहित अन्य लोगों पर आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी और विश्वासघात का आरोप लगाया गया था।
सोसाइटी ने 86 बीघा जमीन खरीदने के लिए सौतिक गोस्वामी को 3.60 करोड़ रुपये अग्रिम दिए थे, लेकिन न तो जमीन मिली और न ही पैसे वापस आए। केवल 50 लाख रुपये वापस किए गए, बाकी 3.10 करोड़ रुपये हड़प लिए गए। यही पैसा अपराध की कमाई माना गया।
जांच में सामने आया कि सौतिक गोस्वामी ने जमीन हड़पने के लिए राजेंद्र नाथ के साथ निजी समझौता किया था। राजेंद्र नाथ को इसके बदले बड़ी रकम दी गई थी, जिसके सबूत के तौर पर रसीदें और बयान मिले। धोखाधड़ी करने के बाद, राजेंद्र नाथ ने 2016 से 2023 के बीच कई संपत्तियां खरीदीं, जिसके लिए वह वैध आय का कोई प्रमाण नहीं दे सके।
ED ने असम के कुकुरमारा, जोगीपारा, बर्हंती मणियारी, बंगारा, कवाईमारी और रामपुर गांवों की जमीनें जब्त की हैं। मामले की आगे की जांच अभी चल रही है।