हैदराबाद पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए डॉक्टर जॉन पॉल को सोमवार, 3 नवंबर को गिरफ्तार किया है। मुशीराबाद निवासी पॉल पर ₹3 लाख के प्रतिबंधित नशीले पदार्थों को घर में छिपाकर रखने का आरोप है। तेलंगाना आबकारी विभाग के विशेष कार्य बल (STF) ने पॉल के किराए के मकान पर छापा मारकर बड़ी मात्रा में एमडीएमए, मारिजुआना, एलएसडी, कोकीन, गम्स और हशीश तेल जैसे कई खतरनाक ड्रग्स बरामद किए हैं। जब्त किए गए पदार्थों में 26.95 ग्राम मारिजुआना, 6.21 ग्राम एमडीएमए, 15 एलएसडी स्टिक, 1.32 ग्राम कोकीन, 5.80 ग्राम गम्स और 0.008 ग्राम हशीश तेल शामिल हैं।
शुरुआती जांच में पता चला है कि डॉक्टर पॉल एक बड़े ड्रग सिंडिकेट का हिस्सा था, जिसके तीन साथी प्रमोद, संदीप और शरद हैं। ये साथी बेंगलुरु और दिल्ली जैसे शहरों से ड्रग्स की खेप मंगवाते थे। पॉल अपने किराए के घर को ड्रग्स के भंडारण और वितरण का मुख्य केंद्र बना रहा था, जहाँ से वह स्थानीय खरीदारों को नशीले पदार्थ सप्लाई करता था। फिलहाल, प्रमोद, संदीप और शरद पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं और उनकी तलाश जारी है। पुलिस का मानना है कि पॉल को घर में स्टॉक रखने के बदले कुछ ड्रग्स व्यक्तिगत इस्तेमाल के लिए भी दिए जाते थे।
डॉक्टर पॉल और उसके साथियों के खिलाफ नारकोटिक कानूनों के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। यह घटना हैदराबाद में नशीले पदार्थों के खिलाफ चल रहे अभियान का हिस्सा है। पिछले महीने ही पुलिस ने मौनाबाद में एक रेव पार्टी पर छापा मारा था, जहाँ 22 नाबालिगों सहित 62 लोग ड्रग्स का सेवन करते पाए गए थे। इसके अलावा, रामोजी फिल्म सिटी के पास हुई एक और छापेमारी में 401 किलोग्राम गांजा जब्त किया गया था, जो राजस्थान स्थित एक ड्रग रैकेट से जुड़ा था। अधिकारी ऐसे आयोजनों और नशीले पदार्थों के अवैध कारोबार पर कड़ी निगरानी रखने पर जोर दे रहे हैं, खासकर तब जब नाबालिगों की संलिप्तता सामने आती है।


