कानपुर से शुरू हुआ ‘I LOVE MOHAMMAD’ का विवाद अब देश के कई शहरों में फैल गया है, जिससे चिंताजनक तस्वीरें सामने आ रही हैं। मुस्लिम समुदाय गुस्से में है और ‘I LOVE MOHAMMAD’ की तख्तियां लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहा है। लखनऊ, कानपुर, काशीपुर, लातूर, हैदराबाद और गुजरात के गोधरा सहित कई शहरों में प्रदर्शन हुए हैं, जहां प्रदर्शनकारियों ने कानून को अपने हाथ में लिया और पुलिस से हाथापाई की।
4 सितंबर को कानपुर में ‘I LOVE MOHAMMAD’ का पोस्टर लगने के बाद हिंदू संगठनों ने विरोध किया, जिसके बाद पुलिस ने 25 युवकों के खिलाफ मामला दर्ज किया। इससे मुस्लिम समुदाय भड़क गया और कई शहरों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। सवाल यह है कि क्या इन विरोध प्रदर्शनों के पीछे कोई साजिश है?
उत्तराखंड के काशीपुर में बिना अनुमति जुलूस निकाला गया, जिससे शहर में हिंसा भड़क गई। प्रदर्शनकारियों ने पथराव किया, तोड़फोड़ की और पुलिस पर हमला किया। पुलिस का कहना है कि जुलूस में 400-500 लोग शामिल थे और भड़काऊ भाषण दिए गए।
महाराष्ट्र के लातूर में मुस्लिम समुदाय ने ‘I LOVE MOHAMMAD’ के नारे लगाते हुए एक रैली निकाली। यह रैली आजमगंज गोलाई से टाउन हॉल तक गई और इसमें हजारों लोग शामिल हुए। इस दौरान यूपी सरकार मुर्दाबाद के नारे भी लगाए गए।
उत्तर प्रदेश के उन्नाव में भी जुलूस के दौरान धार्मिक नारे लगाए गए, जिसके बाद पुलिस और लोगों के बीच टकराव हुआ। इस मामले में पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया। शहर काजी ने लोगों से कानून के दायरे में रहकर शांति बनाए रखने की अपील की है।
इस विवाद में मुस्लिम पक्ष ‘आस्था की आजादी’ की बात कर रहा है, हिंदू पक्ष इसे उकसावे की कोशिश बता रहा है, जबकि पुलिस का कहना है कि प्रदर्शन के लिए अनुमति आवश्यक है। इस पूरे विवाद पर राजनीति भी हो रही है, जिसमें AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी और सांसद चंद्रशेखर आजाद के बयान शामिल हैं।