भारत और यूके के बीच एक नया मुक्त व्यापार समझौता (FTA) संपन्न हुआ है, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापार संबंधों में एक नया दौर शुरू होगा। यह समझौता, जो मई में अंतिम रूप दिया गया था और हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी की यूके यात्रा के दौरान औपचारिक रूप से हस्ताक्षरित किया गया, 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 120 बिलियन डॉलर तक बढ़ाने का लक्ष्य रखता है। इस समझौते के तहत, भारतीय निर्यातकों को यूके बाजार में शुल्क-मुक्त पहुंच मिलेगी, जबकि यूके से भारत में आने वाले सामानों पर शुल्क में कमी की जाएगी, जिससे भारतीय उपभोक्ताओं के लिए सामान अधिक किफायती हो जाएगा। समुद्री उत्पादों, रत्न और आभूषण, विद्युत मशीनरी, चमड़ा/जूते, प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ और वस्त्र जैसे प्रमुख भारतीय निर्यातकों को शुल्क हटाने से लाभ होगा। इसके अतिरिक्त, यह समझौता भारत के कृषि क्षेत्र के लिए भी महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करता है, खासकर चाय, आम, अंगूर, मसाले और समुद्री खाद्य पदार्थों के निर्यात के लिए।
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भारत-यूके व्यापार समझौता अंतिम: प्रमुख निर्यातकों को कम शुल्क से लाभ
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