भारत ने ब्राजील के साथ अपने रक्षा संबंधों को मजबूत करने के उद्देश्य से अपनी स्वदेशी ‘आकाश’ मिसाइल प्रणाली की आपूर्ति का प्रस्ताव दिया है। यह कदम दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और ब्राजील के उपराष्ट्रपति गेराल्डो अल्क्मिन के बीच नई दिल्ली में हुई एक महत्वपूर्ण बैठक के दौरान इस प्रस्ताव पर चर्चा की गई।
भारतीय रक्षा मंत्रालय के अनुसार, यह बैठक रक्षा उत्पादन और प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में संयुक्त सहयोग की संभावनाओं पर केंद्रित रही। दोनों देश रक्षा उपकरणों के सह-विकास पर भी विचार कर रहे हैं, जिसका लक्ष्य एक-दूसरे की विनिर्माण क्षमताओं और नवाचार का लाभ उठाना है। इस बातचीत में ब्राजील के रक्षा मंत्री, जोस मुसियो मोंटेरो फिलहो भी शामिल थे।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर अपनी बैठक की जानकारी देते हुए कहा, “आज नई दिल्ली में ब्राजील के उपराष्ट्रपति श्री गेराल्डो अल्क्मिन और ब्राजील के रक्षा मंत्री श्री जोस मूसियो मोंटेरो फिलहो से मिलकर खुशी हुई। हमने सैन्य से सैन्य सहयोग और रक्षा औद्योगिक सहयोग का विस्तार करने पर ध्यान केंद्रित करते हुए रक्षा सहयोग से संबंधित मुद्दों पर आगे की सोच वाले विचार-विमर्श किए।”
आकाश मिसाइल प्रणाली भारत की एक स्वदेशी, मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (SAM) है, जिसे रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसित किया गया है। यह 30 किलोमीटर तक की दूरी और 18 किलोमीटर की ऊंचाई तक दुश्मन के विमानों, हेलीकॉप्टरों, ड्रोन और सबसोनिक क्रूज मिसाइलों को निशाना बनाने में सक्षम है। इस मिसाइल प्रणाली का भारतीय सेना और वायु सेना दोनों द्वारा सफलतापूर्वक उपयोग किया जा रहा है, जो देश की हवाई सुरक्षा को मजबूत करती है। इसके उन्नत संस्करण, जैसे आकाश-एनजी (नई पीढ़ी), बेहतर रेंज, सटीकता और गतिशीलता प्रदान करते हैं, और इसे मित्र देशों को निर्यात के लिए भी बढ़ावा दिया जा रहा है।